
ग्रामीण महिलाओं को पोषाहार की जानकारी देते डॉ. डी.पी. सक्सेना
रेणुकूट। पोषण अभियान को जन आंदोलन बनाने एवं इसे लेकर जन भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु इस वर्ष सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में देशभर में मनाया जा रहा है। सरकार के इस सकारात्मक प्रयास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु हिण्डाल्को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा गुरुवार को म्योरपुर स्थित ‘आदित्य बिड़ला रुरल टेक्नोलॉजी पार्क’ में पोषण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें आठ गांवों के स्वयं सहायता समूह की 82 महिलाओं ने हिस्सा लिया।
उपरोक्त कार्यक्रम में ग्रामीण विकास विभाग के डॉ. डी.पी. सक्सेना ने ग्रामीण महिलाओं को पोषण का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि उम्र के अलग-अलग पड़ाव में पोषण की आवश्यकता होती है। इसलिए जरूरी है कि शरीर को स्वस्थ रखने हेतु घर में उपलब्ध पौष्टिक आहार के सेवन पर जोर दिया जाए। ग्रामीण विकास विभाग के संजय रुन्थला ने चलचित्र के जरिए पोषण सम्बंधित जानकारियां दीं एवं मोटे अनाज के सेवन से मिलने वाले पोषण के महत्व को समझाया। उन्होंने यह महत्वपूर्ण जानकारी खुद तक सीमित ना रखते हुए इसे अन्य लोगों से भी साझा करने का अनुरोध किया। गौरतलब है कि हिण्डाल्को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा म्योरपुर, दुद्धी एवं बभनी विकासखंड के 30 गांवों में कुपोषण से मुक्ति हेतु ग्रामीणों एवं स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के बीच कुपोषण के खिलाफ जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि म्योरपुर के बाल विकास परियोजना अधिकारी श्री बाबू लाल ने उपस्थित सभी सदस्यों एवं महिलाओं को उचित पोषण हेतु शपथ दिलवाई। कार्यक्रम के अंत में ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी अनुनय कुमार एवं राजेश सिंह ने महिलाओं के बीच दलिया एवं सहजन के पौधों का वितरण किया।
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