एपल के सीईओ टिम कुक (बाएं) और डोनाल्ड ट्रम्प (फाइल)।
ट्रम्प ने कहा- एपल के सीईओ टिम कुक का सम्मान करते हैं, मुद्दे का हल निकालने की कोशिश करेंगे
चीन को लगता है कि मैं दोबारा राष्ट्रपति नहीं बनूंगा, वे अगले चुनाव तक ट्रेड डील टालना चाहते हैं: ट्रम्प
वॉशिंगटन।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि एपल नए मैक प्रो के पार्ट्स चीन में बनाएगी तो उसे आयात शुल्क में छूट नहीं मिलेगी। एपल को अमेरिका में ही मैन्युफैक्चरिंग करनी चाहिए। हालांकि, ट्रम्प ने यह भी कहा कि वे एपल के सीईओ टिम कुक का बहुत सम्मान करते हैं और इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करेंगे।
टैरिफ विवाद सुलझाने के लिए अमेरिका-चीन के बीच वार्ता जारी
एपल मैक प्रो के मौजूदा वर्जन की असेंबलिंग टेक्सास में कर रही है। लेकिन, ऐसी खबरें हैं कि नए मैक प्रो की असेंबलिंग चीन में करेगी। ट्रम्प ऐसा नहीं चाहते। क्योंकि, अमेरिका और चीन के बीच पिछले साल मार्च से आयात शुल्क का विवाद चल रहा है।
अमेरिका-चीन के बीच पिछले साल मार्च में ट्रेड वॉर शुरू हुआ था। दोनों देश एक-दूसरे के अरबों डॉलर के आयात पर शुल्क बढ़ा चुके हैं। पिछले महीने अमेरिका ने चीन के 300 अरब डॉलर के अतिरिक्त आयात पर 25% शुल्क लगाने की धमकी दी थी। हालांकि, जी-20 बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग से मुलाकात के बाद ट्रम्प व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने के लिए राजी हो गए थे।एपल, डेल, एचपी, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और सोनी जैसी कंपनियों ने ट्रम्प प्रशासन के सामने मांग रखी थी कि उनके उत्पादों को अतिरिक्त टैरिफ के दायरे से बाहर रखा जाए। एपल ने अपने उत्पादों की लिस्ट में मैक प्रो सिस्टम का जिक्र तो नहीं किया था लेकिन चीन में बनने वाले हार्डवेयर पर आयात शुल्क में छूट की मांग की थी।ट्रम्प ने शुक्रवार को यह भी कहा कि चीन ट्रेड डील को अमेरिकी राष्ट्रपति के अगले चुनाव तक टालना चाहता है। क्योंकि, उसे लगता है कि मैं फिर से नहीं चुना जाउंगा और उनके लिए डेमोक्रेट्स से डील करना आसान रहेगा।ट्रम्प ने कहा कि चीन डील करे या न करे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि, टैरिफ के जरिए उन्हें चीन से अरबों डॉलर मिल रहे हैं। इससे चीन की अर्थव्यव्था पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। दूसरी ओर ट्रेड वॉर से प्रभावित अमेरिका के किसान भी खुश हैं क्योंकि टैरिफ से मिली रकम से हमने उन्हें 16 अरब डॉलर की मदद दी है