सोनभद्र – गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति, भारत स्वाभिमान न्यास एवं युवा भारत सोनभद्र के संयुक्त तत्वावधान में रॉबर्टसगंज नगर स्थित मारवाडी धर्मशाला में गुरु पूजा का पर्व धूमधाम से मनाया गया।
नियमित रुप से किए जाने वाले योग-आसन, प्राणायाम, ध्यान आदि के पश्चात सभी प्रकल्पों के पदाधिकारियों सहित उपस्थिति योग साधकों ने योग गुरु, योग ऋषि स्वामी जी एवं आचार्य जी को नमन करते हुए श्रद्धा सुमन व गुरु दक्षिणा अर्पित की तथा यज्ञ-हवन पूजन-अर्चन प्रसाद वितरण कर इस पावन पर्व पर गुरु के प्रति श्रद्धा भाव से आस्था एवं समर्पण व्यक्त किया।
तत्पश्चात प्रमुख योग शिक्षक ओम प्रकाश जी व सुनील जी को उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ योग शिक्षकों द्वारा अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी रवि प्रकाश जी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी जी एवं आचार्य जी द्वारा प्रदर्शित मार्ग पर चलकर जनपद सोनभद्र में योग की अलख जग चुकी है तथा पतंजलि परिवार के सभी सदस्य इस कारवां को बिना रूके, बिना थके जनपद के गांव-गांव, घर-घर एवं प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, पतंजलि परिवार सोनभद्र पूरी निष्ठा के साथ इस पुनीत कार्य में जुट गया है।
भारत स्वाभिमान न्यास के महामंत्री सुनील जी ने गुरु के प्रति सच्ची आस्था एवं विश्वास व्यक्त करते हुए कहा की स्वामी जी एवं आचार्य जी के अथक प्रयासों से योग द्वारा राष्ट्र के नव-निर्माण, स्वदेशी अभियान को बल मिला है और हम सब इस अभियान को और भी सफल बनाने हेतु अपना सर्वस्व अर्पित करने को तैयार हैं। युवा भारत प्रभारी आशीष पाठक जी ने कहा कि आचार्य जी एवं स्वामी जी द्वारा शुरु किए गए योग, स्वदेशी एवं राष्ट्रजागरण के आंदोलन एवं योग क्रांति की मशाल को और भी अधिक प्रज्वलित कर संपूर्ण विश्व को इसके प्रकाश से आलोकित करने हेतु युवा भारत से जुडा प्रत्येक युवा दृढसंकल्पित है एवं लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्राण-प्रण से जुट गया है।
मीडिया प्रभारी चंद्रकांत जी ने कहा की पतंजलि परिवार सोनभद्र के आयोजनों से संबंधित खबरों/समाचारों को जनपद के कोने-कोने तक प्रसारित करने का पूरा प्रबंध किया जा चुका है। इस अवसर पर वरिष्ठ योग शिक्षक एवं किसान सेवा समिति के संगठन मंत्री मोहर देव जी, जिला संयोजक बद्री जी, तहसील संगठन मंत्री जितेंद्र जी, मधु जी, शेषमणि जी, अमरेश जी, अजय जी, विमल जी, चंद्र बहादुर जी, लक्ष्मी नारायण जी, सतनाम जी, विजय जी, रूप नारायण जी, रामसेवक जी, राजेंद्र पाठक जी, राजन जी, अनिल जी, सुरेश चंद जी, रामचंद्र जी, धनंजय जी सहित तमाम योग साधक उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।