नक्सली गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में यूपी एटीएस ने किया है भोपाल से गिरफ्तार।
प्राथमिक शिक्षा के बाद गांव से चला गया था पूरा परिवार।घर में बंद है ताला।
जौनपुर।सिकरारा थानांतर्गत कुरनी के मूल निवासी दंपती मनीष श्रीवास्तव और अनिता श्रीवास्तव की भोपाल में गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को पुलिस अचानक गांव पहुंच गई। वहां नक्सली गतिविधि के शक में गिरफ्तार मनीष श्रीवास्तव के बारे में पड़ताल हुई। हालांकि उनके आवास पर ताला बंद होने की वजह से पूछताछ ग्रामीणों तक ही सिमट कर रह गई। गांव वाले भी स्तब्ध हैं कि उच्च शिक्षा प्राप्त सम्पन्न परिवार का सदस्य कैसे नक्सलियों के सम्पर्क में आ गया।
एटीएस ने भोपाल से मनीष श्रीवास्तव और उसकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव को नक्सली गतिविधियों में शामिल होने के शक में गिरफ्तार किया है। मनीष सिकरारा थानांतर्गत कुरनी गांव का मूल निवासी है। उसकी गिरफ्तारी की सूचना जब ग्रामीणों को हुई तो गांव में मातम पसर गया। सुबह पुलिस जब मनीष के घर पहुंची तो ग्रामीणों से पूछताछ शुरू हुई। लोगों के समझ मे ये नहीं आ रहा था कि आखिर वे मनीष के बारे में क्या जानकारी पुलिस को दें क्योंकि वो बरसों से यहां आया ही नहीं। प्राथमिक शिक्षा के बाद उसका परिवार यहां से प्रयागराज चला गया था। मनीष श्रीवास्तव अगर अचानक उनके सामने आ जाय तो वे पहचान भी नहीं सकेंगे। पिता मंगला प्रसाद श्रीवास्तव सहायक श्रमायुक्त पद से रिटायर हो चुके हैं। वे चार भाई थे जिनमें दो अब नहीं रहे। सबसे छोटे अनिल श्रीवास्तव शहर में रहते हैं। वे कभी-कभार घर आते हैं।
मंगला की पांच संतानों में मनीष दूसरे नम्बर का पुत्र है, जबकि सबसे बड़ा बेटा विपिन श्रीवास्तव गोरखपुर में रेलवे विभाग में इंजीनियर है। सबसे छोटा बेटा सीमांत श्रीवास्तव गाजियाबाद से बीटेक करने के बाद लन्दन चला गया है। दोनों बेटियों की शादी हो गई है। एक ग्रामीण ने बताया कि रिटायर होने के बाद मंगला इलाहाबाद शहर में ही पत्नी के साथ रहते हैं। गांव की खेती का कार्य अधिया पर दे दिया है। सालभर में एक बार घर आते हैं। खानदान में अगर शादी विवाह भी पड़ता था तब भी नहीं आते।
सोमवार को मध्यप्रदेश के भोपाल में एटीएस यूपी एटीएस द्वारा नक्सली गतिविधियों में मनीष श्रीवास्तव और उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव की गिरफ्तारी की सूचना पाने के बाद चाय-पान की दुकान से लेकर गांव के घर-घर में पूरा दिन इसी की चर्चा रही। एसओ सीकर पन्नेलाल ने बताया की सोमवार की रात में ही एटीएस द्वारा नक्सली मामले में मनीष के गिरफ्तार होने की सूचना विभागीय अधिकारियों के जरिये मिली। इसके बाद परिजन को सूचना देने के लिए थाने के दरोगा व सिपाही को भेजा गया था। उनके घर ताला लगा मिला। एहतियातन मनीष के बारे में लोगों से पूछताछ कर जानकारी ली जा रही है।