हरियाणा के कैथल में एक इंसान के पेट में 6.3 फुट लंबा जिंदा कृमि मिला है

हेल्थ डेस्क। हरियाणा के कैथल में एक इंसान के पेट में 6.3 फुट लंबा जिंदा कृमि मिला है। बुधवार को प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन करके इसे निकाल लिया गया है। सर्जरी करने वाले डॉ. देवेंद्र पंवार का कहना है जींद के पेगा गांव केरवि को पिछले 15 दिन से बुखार और पेट के दर्द की शिकायत थी।मंगलवार रात मामला सामने आया था। जांच में आंत क्षतिग्रस्त मिलने पर ऑपरेशन किया गया है।

एक्स-रे में आंत दिखी थी क्षतिग्रस्त
स्थिर है मरीज की हालत
डॉ. देवेंद्र के मुताबिक, ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत स्थिर है और उसकी देखरेख जारी है। कृमि 6 फीट से अधिक लंबा होगा इसका अंदाजा नहीं था। एक्सरे के दौरान आंतों में इसका कुछ हिस्सा देखा गया था। जिसमें आंत क्षतिग्रस्त दिख रही थी, इसलिए तुरंत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया।

ब्रेन तक पहुंच सकता था कृमि
डॉ. देवेंद्र ने मुताबिक, मरीज में कृमि लंबे समय तक रहने पर यह ब्रेन तक पहुंच सकता है और शरीर को कमजोर कर करता है। ऐसे मामलों से बचने के लिए सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही खाएं। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि अक्सर सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और दूसरी

अधपका खाना और सुअर का मांस है कारण
सर्जन डॉ. देवेंद्र पंवार के मुताबिक, आंत में मिला कृमि जिंदा था। इसे विज्ञान की भाषा में टीनिया सोलियम कहते हैं। यह शरीर में करीब 25 सालों तक रह सकता है। जो मिर्गी का कारण भी बन सकता है। ऐसे मामले जब सामने आते हैं जब कोई अधपका खाना, सुअर का मांस या दूषित पानी में उगाई गई सब्जियों को खाता है।

पहले भी सामने आया था ऐसा मामला
डॉ. देवेंद्र पंवार का कहना है, कुछ समय पहले सर गंगाराम हॉस्पिटल दिल्ली में ऐसा ही एक मामला सामने आया था। जिसमें मरीज के मुंह से 6 फुट लंबा कृमि निकाला गया था। यह देश का एक दुर्लभ मामला था। मरीज रवि के मुताबिक, कुछ समय से लगातार उन्हें बुखार आ रहा था। कई डॉक्टरों को दिखाने के बाद भी समस्या का हल नहीं हो पाया था। लगातार उल्टियों के कारण कुछ भी खाना संभव नहीं हो पा रहा था।

एक्सपर्ट एडवाइस
फिजीशियन डॉ. पंकज आनंद के मुताबिक, अधपकी और दूषित पानी में उगी सब्जियों से कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसी सब्जियों में खासतौर टेपवर्म के होने का खतरा रहता है जो आसानी से दिखता नहीं।
बारिश के मौसम में खासतौर पर पत्तागोभी जैसी सब्जियां खाने से टेपवर्म के शरीर में पहुंचने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए इस मौसम में पत्तेदार सब्जियां खाने से बचें। जो भी फल और सब्जियां खाएं, अच्छी तरह धोकर खाएं।
पेट में पहुंचकर यह कीड़ा आंतों से चिपक जाता है। यहां इनके अंडे से निकलने वाला लार्वा शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंच कर गंभीर बीमारी का कारण बनता है। जैसे दिमाग तक पहुंचकर मिर्गी का कारण बन सकता है।
ये कीड़े आंतों से चिपकर खून चूसते हैं और एनीमिया का कारण भी बनते हैं।

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