एजेंसी,नई दिल्ली
बीएसएफ ने पंजाब और जम्मू में पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठ रोधी कवायदों को मजबूत करने की दिशा में बड़ा अभियान शुरू किया है। इसके तहत इन अग्रिम इलाकों में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों, हजारों सैनिकों और मशीनरी को लामबंद किया गया है।
एक जुलाई को शुरू इस अभियान को ‘सुदर्शन’ कोड नाम दिया है और यह 1,000 किलोमीटर से लंबी भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा को कवर करेगा।
जम्मू में पाकिस्तान के साथ संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) की लंबाई 485 किलोमीटर और पंजाब में इसकी लंबाई 553 किलोमीटर है। इसके बाद यह पश्चिमी हिस्से में राजस्थान और गुजरात की ओर है।
सुरक्षा प्रतिष्ठान के आला सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि अभियान के तहत भारी मशीनरी, संवाद पकड़ने वाले उपकरण और मोबाइल बुलेटप्रूफ बंकर को शामिल किया गया है और हजारों बीएसएफ कर्मी भी इससे जुड़े हुए हैं ।
उन्होंने बताया कि बीएसएफ की करीब 40 बटालियनों के फ्रंटियर और बटालियन कमांडरों (महानिरीक्षक से कमांडेंट रैंक),उनके सेकेंड इन कमांड और कंपनी (टुकड़ी) कमांडर दोनों राज्यों में अभियान के लिए करीब एक पखवाड़े तक कैंप कर रहे हैं और 15 जुलाई तक अपने बेस में लौट जाएंगे।
आतंकवादियों की घुसपैठ, नशीले पदार्थों की खेप भेजने के खिलाफ और पाकिस्तान की ओर बिना किसी उकसावे की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सीमा को सील करने के मद्देनजर इन सीमाओं पर कार्रवाई के लिए भारतीय रक्षा पोजीशन एवं ठिकाने को मजबूत किया जा रहा है ।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भगवान कृष्ण के ‘सुदर्शन चक्र के नाम पर इस वृहत अभियान का नाम सुदर्शन रखा गया है। इसका मकसद दुश्मन का सफाया करते हुए तुरंत अपनी जगह लौटना है।
बीएसएफ के महानिदेशक रजनीकांत मिश्र और अन्य वरिष्ठ अधिकारी अभियान के खत्म होने के बाद ‘हासिल परिणाम की समीक्षा करेंगे ।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय अभियान के अंतिम रिपोर्ट पर गौर करेगा, जिसके तहत इन दोनों सीमाओं पर सीमा प्रबंधन को मजबूत करने और अंतर को पाटने के लिए जरूरी उपकरण, औजार खरीदने और आधारभूत संरचना आदि का आवंटन किया जाएगा।