दुद्धी। एक जुलाई सोमवार को दुद्धी कस्बे में करीब साढ़े 6 बजे क्रिकेट क्लब मैदान दुद्धी के पास विंढमगंज थाना के उपनिरीक्षक रविन्द्र प्रसाद व कांस्टेबल अनिल सोनकर को बीच रास्ते मे रोककर गाली- गलौज व जानमाल की धमकी देते हुए अभद्रता करने व वर्दी फाड़ देने के संबंध कोतवाली दुद्धी में मुकदमा पंजीकृत कर 147,148,149,332,336,186,353,504,506,342,153 आई पी सी व टीसीएलए एक्ट के तहत नामजद आरोपियों में से 10 आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया। गिरफ्तार हुए अभियुक्त लालमन पुत्र त्रिवेणी राम,चन्दन पुत्र राम जीत राम, रविंद्र पुत्र राम जीत राम , ममता देवी पत्नी शशीकांत,सुनीता देवी पत्नी रविन्द्र राम,कमला देवी पत्नी राजाराम ,सुनैना देवी पत्नी गरीबन राम, सुशीला देवी पत्नी छोटू राम,सुनीता उर्फ कविता पत्नी राजकुमार सभी निवासी जोरुखाड़ विंढमगंज ,राजा अग्रहरी पुत्र सुग्रीव अग्रहरी रामनगर दुद्धी को जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह एसएसआई ,बंस नारायण यादव एसआई ,राकेश राय हेड कांस्टेबल ,अमर सिंह यादव कांस्टेबल, शशिकांत भारती कांस्टेबल ,रवि कुमार गौतम महिला कांस्टेबल, पूनम खरवार,संयोगिता,अनिता ने संयुक्त रूप से धड़पकड़ कर गिरफ्तार किया, और जेल भेजा। कोतवाल अशोक सिंह ने बताया कि 50 से 60 लोग अज्ञात है ,जिनकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि विंढमगंज थाना क्षेत्र के जोरुखाड़ गांव के बीते दिन पूर्व में एक लड़की सन्दिग्ध स्थिति में गायब हो गई थी। लड़की के परिजनो ने विंढमगंज थाना में तहरीर दिया, जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गई ,और पुलिस लड़की को बरामद भी कर ली। जिसके बाद पुलिस ने गायब हुई लड़की के बारे में परिजनों को सूचना भी दिया, और मेडिकल व 164 में बयान हेतु लेकर मुख्यालय में गए ।जिसके बाद लड़की ने अपने घर को जाने में मना कर नारी निकेतन सोनभद्र में जाने की बात कही। जिसके बाद पुलिस ने लडक़ी को सुरक्षित स्थान नारी निकेतन में छोड़कर अपने थाना को लौटे थे कि, दुद्धी टीसीडी ग्राउंड के समीप लडक़ी के परिजनों ने दर्जनों के भीड़ के साथ मे इक्कठा होकर दरोगा व कांस्टेबल के ऊपर धावा बोल दिया। और यह आरोप लगाया कि पुलिस ने लड़की को एक लाख रुपये में बेच दिया है, यह कहते हुए हमला करने लगें, जिससे आस -पास के सैकड़ो लोगो की भीड़ इक्कठा हो गया, और पुलिस की मारपीट देखकर तमासबिनो में पुलिस के खिलाफ नाराजगी जाहिर होने लगी। जिसके बाद पुलिस को मारते -पीटते कोतवाली पुलिस ले जाया गया। जहां तबतक कोतवाली के फोर्स ने भीड़ पर काबू कर जान बचाने में सफल हुए। जिसके बाद आज पुलिस ने उक्त लोगो के विरुद्ध कार्यवाई करते हुए जेल भेज दिया।