दुद्धी/ सोनभद्र(भीम कुमार) उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग के अंतर्गत इंटेंसिव ब्लॉक दुद्धी में जनपद व खण्ड विकास अधिकारी दुद्धी के निर्देशानुसार शुक्रवार को जिला के के निर्देशानुसार ब्लाक दुद्धी में 10 महिलाओं का दल यानी 2 टीम पहुची । राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत छुटे तथा पिछड़े गांव के गरीब परिवार को प्रेरित कर महिलाओं का स्वयं सहायता समूह गठन एवं प्रशिक्षण का कार्य करेंगी।
इसमे दो तरह के महिला है, तीन महिला एस एम सीआरपी है, और दो बीके सीआरपी है।
स्थानीय ब्लॉक सभागार दुद्धी में
दोपहर 2 बजे से ब्लॉक मिशन मैनेजर एमआई एस मृत्युंजय के अध्यक्षता में दुद्धि पहुँचे दल के साथ ब्रीफिंग कार्यशाला की शुरुआत की गई।
बीएमएम के द्वाराआई सीआरपी को यहाँ के भौगोलिक एवं सामाजिक स्थिति से अवगत करवाया गया। महिला दल से समूह के गठन एवं प्रशिक्षण की प्रक्रिया को सुना गया।आई सीआरपी दल ने 15-15 दिनों का कार्य का प्लान प्रस्तुत किया सभी ने उनके अनुभवों को सुना ।
बीएमएम एमआई एस श्री मृतुंजय ने तथाबीएमएम एफआई पूनम जी ने बताया कि ब्लॉक दुद्धी के केवाल क्लस्टर के दुर्गम गांव क्रमशः ग्राम पंचायत के करहिया केग्राम घिचोरवा एवं नवाटोला तथा वोधाडीह ग्राम पंचायत के औराडंडीह आई सीआर पी प्रशिक्षण देकर समूह गठन का कार्य करेगी ।45 दिनों तक चलने वाले इस ड्राईव के दौरान आई सीआरपी द्वारा किये जाने वाले कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाले। उन्होंने कार्यशाला के दौरान बात में आई सीआरपी का ड्राईव ब्लॉक दुद्धीके केवाल कलस्टर के दुर्लभ गांव में जाकर कार्य करेगी ,
दुर्लभ ग्राम में जागरूकता अभियान चलाकर पीआईपी प्रक्रिया से गरीब की पहचान की जाएगी। ग्रामीण गरीब महिलाओं को जागरूक कर प्रत्येक ग्राम में 8 से 10 स्वयं सहायता समूहों का गठन की जाएगी। 15 दिनों के दौरान दुर्लभ ग्राम में औसतन 3से 5 समुहों का गठन होता है अर्थात दोनो टीमों के द्वारा 45 दिनों के कार्यमें 10 से 20 समूह का गठन होने का लक्ष्य दिया जता है ,उनका बचत खातों का पेपर तैयार करना, रजिस्टर लिखने के लिए सिखाना आदि कार्य करते हैं।
कार्यशाला के दौरान एडिओ आई एस वी विजय कुमार, बीएमएम एमआई एस मृतुन्जय कुमार बीएमएम एफआई पूनम देवी,बृजेश कुमार, एवं अन्य मौजूद रहे।