तापमान बढ़ते ही जंगलों में गहराने लगी पानी की समस्या
हर वर्ष करीब दर्जनो के संख्या में वन जीव अपनी जान गवाते है पानी के अभाव में
पंकज सिंह/रोहित सिंह@sncurjanchal
म्योरपुर रेंज क्षेत्र के खाटाबरन बिट क्षेत्र से बहने वाली एक मात्र लैरा नदी जो इन दिनों लगभग पूरी तरह सुख चुकी है नदी में पानी न होने के कारण वन में रहने वाले वन जीव पानी के तलाश में रिहायसी इलाको में आकर अपनी जान गवा बैठते है प्राप्त जानकारी के अनुसार म्योरपुर निवासी लालबाबू केशरी अपने मित्र अयूब अली के साथ रोज की भांति रविवार को टहलने लैरा नदी वाले क्षेत्र में गए थे कि उनको एक चोटिल मोर दिखा दोनो मित्रो ने सूझ बूझ का परिचय देते हुए घायल मोर को वन कार्यालय लाकर वन कर्मियों को सपुर्द कर दिया रेंजर शहजादा इस्माइलुद्दीन बिना देरी करे तुंरन्त पशु डॉक्टर को बुला घायल मोर का उपचार कराया बताते चले कि हर साल पानी के तलाश में दर्जनो के संख्या में वन जीव अपनी जान गवा बैठते है वही रेंजर शहजादा इस्माइलुद्दीन ने बताया कि गर्मियों में पानी की समस्या हो जाती है मैंने शाशन को पत्र लिखा है बजट आने जंगलों में चेक डेम व बन्धी बनवाया जाएगा जिससे कोई जंगली जानवरो को पानी के लिए रिहायशी इलाकों में आकर अपनी जान नही गवानी पड़ेगी।उन्होंने कहा कि मोर के स्तिथि सामान्य है पशु चिकित्सक द्वारा उपचार किया जा रहा है मोर के पैर में दिक्कत होने के कारण उसे परेशानी हो रही थी जो अब ठीक है।