सोनभद्र। जनपद सोनभद्र बहुत ही पिछड़ा जनपदों में से एक है यहां पर पेयजल की बहुत विकट समस्या है जिससे कि यहां के लोगों को तमाम तरह की बीमारियां पेयजल की कमी के कारण हो रही है यहां के पानी में फ्लोराइड और आयरन की मात्रा ईतना अधिक है कि जिसको पीने से यहां के लोगों की हड्डियां टेड़ी हो रही है और कई तरह की विकृति आ रही है हड्डियों में।
इसके साथ साथ सभी लोग के दांत पीले हो रहे हैं इस समस्या से निजात पाना एक बहुत बड़ी चुनौती है सोनभद्र के लिए, इस चुनौति के लिये जिला प्रशासन के एक रास्ता निकाला और उन्होंने दिल्ली की संस्था इको सलूशन से संपर्क किया। इको सलूशन ने ऐसा फिल्टर इजाद किया है, जिसके उपयोग करके पानी से पूरी तरीके से फ्लोराइड और आयरन की मात्रा को समाप्त किया जा सकता है।
जिला प्रशासन की पहल पर और आजीविका मिशन के सहयोग से सोनभद्र जनपद में गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को वॉटर फ़िल्टर बनने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दिनांक 18.04.2019 को विकास खंड दुद्धि में प्रशिक्षण दिया गया जिसमें 03 ब्लॉकों की लगभग 35 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। इन महिलाओं को अपने हाथ से वाटर फिल्टर बनाना सिखाया गया। सभी महिलाओं ने ईसको बनाना बखूबी सीखा। समूह की महिलाओं के द्वारा बनाया जा रहा वाटर फिल्टर जल्द ही *सोन वॉटर फ़िल्टर* के नाम से बाजार में बिक्री हेतू उप्लब्ध होगा। इस फाइटर की खासियत यह है कि बहुत ही कम कीमत रखा गया है, इसको 05 साल तक उपयोग कर सकते हैं । 05 साल के बाद *टेरा फिल्टर* को चेंज करना होता है जिसकी कीमत मात्र ₹100.00 है जिसे बदे ही आसानी से आप बदल सकते है। दिनांक 19.04.2019 को विकास खंड चोपन के सभागार में इस प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 40 महिलाओं के द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा। जनपद के लोगों को शुद्ध जल पीने के लिये उप्लब्ध हो सके इसके लिये जिला प्रशासन पूरी तरह से कटिबध है। जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र के निर्देशशानुसार यह मुहीम चलाई जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने स्वयं जाकर प्रशिक्षण सत्र का निरिक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही अच्छा काम है और जल्द से जल्द समूह की महिलाये *सोने वॉटर फ़िल्टर* को बनाना शुरू करें जिससे कि आम जन तक इसे पहुंचा जा सके।