पेय जल के लिये चूहाड़ पर आश्रित है बोदराड़ार के ग्रामीण

विधायक सांसद के प्रति ग्रामीणों में आक्रोश चुनाव बहिष्कार की दी धमकी
पंकज सिंह/रोहित सिंह@sncurjanchal

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स्वतंत्रता के 72 वर्षों बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में पीने का पानी तक उपलब्ध ना करा पाने वाली सरकारे विकास के बड़े बड़े दावे करते  हुये नहीं थकती । सरकार विकास के बड़े बड़े दावे करती है चांद एवं मंगल पर मानव की पहुंच बनाने में जुटी है म्योरपुर विकास खण्ड क्षेत्र के पड़री ग्राम पंचायत के कमरीड़ार के बोदरा टोला राजस्व गांव के ग्रामीण अपने पीने के पानी के लिए रिहन्द  जलाशय के किनारे चुहाड़ खोद गला तर करने को विवश है।
पड़री ग्राम पंचायत की भौगोलिक स्थिति काफी दुरूह है,इस गांव में सभी लोग रिहन्द जलाशय के निर्माण के कारण विस्थापित कर वर्तमान स्थल पर बसाये गए है इस गांव के बड़ाईड़ार एवं कमरीड़ार के कुछ भागों में तो कुएं एवं हैण्डपम्प है भी बोदराड़ार में न तो कुआ है न ही हैंडपम्प यहातक पहुचने के लिये मार्ग तक नही है वर्षा काल में जब रिहंदजलाशय पूरी तरह भर जाता है तब इस टोले में बह रहे नालों के किनारे चुहाड़ खोद ग्रामीण पीने का पानी लेते है वही सर्दियों के बाद सीधे रिहन्द जलाशय में जाना होता है घर की महिलाएं कई घण्टे पानी ढोती है तब कही घर में भोजन बन पाता है।सामिला,नन्दनी,बासमती,सुनीता ने बताया कि चुनाव के समय विधायक,सांसद जीतते ही पानी सुलभ करा देने का दावा करते है,चुनाव होते ही हमारी कोई नही सुनता ऐसा लगता है जैसे हम ग्रामीण सजा याफ्ता हो और हमे देश निकाल मिला हो जिस कारण हमारी समस्याओं का निदान नही किया जाता महिलाओं ने आक्रोश भरे शब्दो मे कहा कि वे आगामी लोक सभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगी।वही जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने सेल फोन पर कहा कि अगर पानी की समस्या है तो कार्यालय में प्रार्थना पत्र दें।

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