बेतुकी बयानबाजी कांग्रेस को पड़ सकती है भारी

लखनऊ।(तमन्ना फरीदी )पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बयान पर बवाल न हो, ऐसा कम ही होता है ।
दिग्विजय सिंह ने अपने एक ट्वीट में पुलवामा में सीआरपीएफ़ के एक काफ़िले पर हुए चरमपंथी हमले के लिए ‘दुर्घटना’ शब्द का इस्तेमाल किया था ।
कांग्रेस नेता दिग्विजिय सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, “मोदी जी सवाल ना सियासत का है ना सत्ता का. सवाल उन बिलखती बहनों का है जिन्होंने अपने भाई खोए हैं. सवाल उस मॉं का है जिसके लाड़ले की शहादत हुई है और सवाल उस वीरांगना का है जिसने अपना पति खोया है. इनके सवालों का जवाब आप कब देंगे?”
दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुएलिखा है, ”प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं 300 आतंकवादी मारे गए. भाजपा अध्यक्ष कहते हैं 250 मारे हैं. योगी आदित्यनाथ कहते हैं 400 मारे गए और आपके मंत्री एसएस अहलूवालिया कहते एक भी नहीं मरा. आप इस विषय में मौन हैं. देश जानना चाहता है कि इसमें झूठा कौन है.”
14 फ़रवरी को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा ज़िले में आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ़ के 40 से ज़्यादा जवानों की मौत हो गई थी. इस हमले की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी ।
इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के बालाकोट में चल रहे चरमपंथियों के शिविरों पर हवाई हमले का दावा किया लेकिन पाकिस्तान ने इसे महज नियंत्रण रेखा का उल्लंघन बताया है.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि इस हमले में पाकिस्तान के 250 चरमपंथी मारे गए.
इसके साथ ही बीजेपी विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की पाकिस्तान से दो दिन के अंदर वापसी को अपनी सरकार की सफलता बता रही है.
लेकिन कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी और तमाम दूसरे दल बीजेपी पर शहीदों का अपमान करने और पुलवामा के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे है.
वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं पर सेना का मनोबल कमज़ोर करने का आरोप लगाया है ।
भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर तीखी टिप्पणी करते हुए सवाल किया है कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या भी एक दुर्घटना थी?
वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को दुर्घटना बताया और कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम ने भी सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि ‘ये लोग सेना से सबूत मांग रहे हैं और इन्हें सेना पर भरोसा नहीं है.’ रविशंकर प्रसाद ने इन नेताओं के बयान को शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा कि ये जवानों की शहादत का मज़ाक बना रहे हैं ।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “कपिल सिब्बल का ट्वीट देख रहा था। ये 10 साल केंद्रीय मंत्री थे। नामी-गिरामी वकील हैं। लंदन में भारत की चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हैं। भारत की वायुसेना के शौर्य पर सबूत मांग रहे हैं। तीसरे चिदंबरम साहब हैं। 10 साल वह भी केंद्रीय मंत्री रहे हैं। निजी परेशानी में हैं तो उन्हें ज्यादा नहीं कहूंगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के वाइस एयरमार्शल ने हताहतों पर कुछ नहीं कहा। भारतीय अधिकारियों ने हताहतों की संख्या नहीं बताई। तो ढाई सौ लोगों का आंकड़ा कहां से आया। शहीदों के पिता कहते हैं कि एक बेटा और होगा तो हम सरहद पर भेजेंगे। और कपिल सिब्बल को भारत की शौर्य, वायुसेना पर विश्वास नहीं है।”
दिग्विजय ने ट्वीट किया, ”एयर स्ट्राइक पर विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी सरकार की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लग रहा है।” पहले उन्होंने ने कहा था कि तकनीक के दौर में किसी कार्रवाई की तस्वीरें सैटेलाइट से मिल सकती हैं। लिहाजा सरकार को सबूत देना चाहिए। अमेरिका ने लादेन को मारने का सबूत पेश किया था।
विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की रिहाई के लिए दिग्विजय ने रविवार को पाक सरकार का शुक्रिया अदा किया था। उन्होंने कहा कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने अभिनंदन की रिहाई का फैसला करके दिखाया कि वे एक अच्छे पड़ोसी हैं। अब उन्हें (इमरान) आतंकी हाफिज सईद और मसूद अजहर को हमें सौंपकर बहादुरी दिखानी चाहिए। मोदी ने कन्याकुमारी में कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले (2008) के बाद वायुसेना पाक में सर्जिकल स्ट्राइक करना चाहती थी लेकिन तत्कालीन यूपीए सरकार ने ऐसा करने से रोक दिया था। इस पर दिग्विजय ने कहा, “मैंने मोदी जैसा झूठा व्यक्ति नहीं देखा।”
वैसे इस समय कांग्रेस नेताओं को अपनी जबान पर लगाम लगाने की ज़रूरत है । वरना उनकी बेमतलब की बयानबाजी कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकता है और बीजेपी के लिए फायदेमंद ।

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