चालीस अनुसूचित परिवारों को वितरित किया गया मुर्गीपालन कीट

क्षेत्र में जमुना पारी नस्ल की बकरी पालन के अनुकूल है वातावरण
म्योरपुर ब्लाक परिसर में  मुर्गी और पशुपालन संगोष्टी का आयोजन
पंकज सिंह/रोहित सिंह@sncurjanchal
म्योरपुर ब्लाक परिसर में शनिवार को जिला पशुपालन विभाग  के नेतृत्व में पण्डित दीन दयाल उपाध्याय पशुपालन शोध संस्थान मथुरा द्वारा मुर्गी और पशुपालन गोष्टी का आयोजन कर 40 अनुसूचित परिवारों को मुर्गी पालन कीट और चूजा वितरण किया गया।साथ कि पशुपालन की  जानकारी दी गयी।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ मनीष मौर्या,डा हेमंत ने कहा कि यह क्षेत्र जमुना पारी नस्ल के बकरी पालन के उपयुक्त है।इस नस्ल की बकरी पालन से आय में  बृद्धि होगी और  बकरा की कीमत 60 से 90 हज़ार तक लगती है ।इसी तरह मुर्गी भी जल्द बढ़ते है और कीमत भी अच्छी मिलती है।उन्होंने इस संबंध से जुड़ी जानकारियां विस्तार से पशु पालकों को बताया।

image

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा ए के श्रीवास्तव, खण्ड विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय ने कहा कि पशुपालन और कृषि एक दूसरे के पूरक है किसानों को अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए खेती के साथ अच्छे नस्ल के गाय, बकरी का पालन जरूरी है।कहा कि सरकार  जिले को पिछड़ा पन से मुक्ति और आदिवासियों के उत्थान के लिए प्रयास कर रही ,जो भी इस संबंध में प्रशिक्षण लेना चाहता हो वह मथुरा जाकर निशुल्क प्रशिक्षण ले सकते है।मौके पर पशु चिकित्साधिकारी डॉ विवेक सरोज, डॉ विकास, डॉ सत्यप्रकाश,डॉ डी एन सिंह ग्राम प्रधान प्रेम चंद यादव,कुदुश, बुद्धिनारायन, दिनेश कुमार,जमुना यादव, मनोज,छोटकी देवी,समेत  किसान और  पशुपालन उपस्थित रहे।

Translate »