व्यापक कार्यक्रमों के साथ एनसीएल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ
सिगरौली।
भ्रष्टाचार के जड़ से खात्मे के लिए यह बेहद जरूरी है कि सिर्फ भ्रष्टाचार के आंकड़े कम किए जाने पर जोर न देकर हम सतर्कता को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं और जीवन के हर मोड़ पर विवेकपूर्ण फैसले लें। इस लिहाज से लोकसेवकों की जिम्मेदारी बड़ी है, क्योंकि वे सरकारी धन के संरक्षक होते हैं और उनके नीतिगत और प्रशासनिक फैसलों का असर व्यापक जन-मानस पर पड़ता है। लिहाजा लोक सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले उसके सभी पहलुओं पर संजीदगी से विचार करें। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री पी.के. सिन्हा ने सोमवार को ये बातें कहीं। वह कंपनी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उद्घाटन समारोह के बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कंपनी के निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पांडेय एवं निदेशक (वित्त) श्री एन.एऩ. ठाकुर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
श्री सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कामकाज के दौरान कई बार नियमों की जानकारी के अभाव में गलतियां होती हैं। ‘जानकारी ही बचाव है’ की अवधारणा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कामकाज के विषयों से संबंधित शंकाओं का निराकरण संबंधित विशेषज्ञों के सलाह-मशवरे से किया जाना चाहिए और इस मामले में किसी तरह के अहंकार को आड़े नहीं आने देना चाहिए। टेंडरिंग कार्य से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों को ‘डूज एंड डोन्ट’ लिस्ट बनाकर कार्य करने और कोयला क्षेत्रों के शीर्ष अधिकारियों को पारदर्शिता एवं नैतिक मूल्यों से जुड़े अपने अनुभव हितग्राहियों से साझा करने की गुजारिश भी उन्होंने की।
निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पांडेय ने कहा कि सूचना प्रोद्योगिकी (आईटी) के इस युग में यह सोचना बेमानी है कि हम पर किसी की नजर नहीं है। लिहाजा कार्य करते वक्त नैतिक मूल्यों को सर्वोपरि रखना चाहिए। उन्होंने जेम, ई-प्रोक्योरमेंट, ई-सर्विसेज, सीसीटीवी, आरएफआईडी सहित उन तमाम आईटी व्यवस्थाओं का जिक्र किया, पारदर्शिता के उद्देश्य से जिन्हें एनसीएल में लागू किया गया है और उन्होंने भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए कंपनी की कटिबद्ता दोहराई।
निदेशक (वित्त) श्री एन.एन. ठाकुर ने अंतरआत्मा की आवाज पर निर्णय लेने की अपील करते हुए कहा कि एनसीएल में आईटी एवं कॉरपोरेट गवर्नेंस की दिशा में जो कार्य किए गए हैं, उसी की बदौलत आज यह कंपनी आज अपने प्रदर्शन के इस शिखर पर है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की आने वाले समय में भी कंपनी में निवारक एवं सहभागिता से जुड़ी सतर्कता नई ऊंचाई तक जाएगी।
कंपनी मुख्यालय स्थित केंद्रीय उत्खनन प्रशिक्षण संस्थान (सीईटीआई) में आयोजित उद्घाटन समारोह में कंपनी के कोयला क्षेत्रों के महाप्रबंधकों ने भी नैतिक मूल्यों, सजगता एवं सतर्कता से जुड़े अपने विचार रखे एवं संस्मरण साझा किए।
समारोह में एनसीएल के विभागाध्यक्ष (सतर्कता) श्री एस.के. घोष ने अतिथियों का स्वागत किया एवं मुख्य प्रबंधक (सतर्कता) श्री एम. एम. पाठक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इससे पूर्व एनसीएल मुख्यालय प्रांगण में सीएमडी श्री पी.के. सिन्हा ने अधिकारियों कर्मचारियों को सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा दिलाई तथा कार्यक्रम में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति तथा केंद्रीय सतर्कता आयोग के संदेशों का वाचन किया गया। इससे पूर्व कंपनी मुख्यालय में स्कूली बच्चों की सतर्कता दौड़ आयोजित कराकर सिंगरौली नगर में सतर्कता का संदेश दिया गया।
एनसीएल के सभी कोयला क्षेत्रों एवं इकाइयों में भी सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ सतर्कता दौड़, सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा सहित कई गतिविधियों के साथ हुआ। ‘भ्रष्टाचार मिटाओ, नया भारत बनाओ’ की थीम पर कंपनी में सप्ताह का आयोजन 3 नवंबर तक होगा।