सोनभद्र।भारतीय संविदा श्रमिक संगठन द्वारा रविवार को साप्ताहिक बैठक सभा हुई,जिसकी अध्यक्षता मणिशंकर पाठक ने की,संचालन रणजीत तिवारी ने किया,बैठक में न्यूनतम मजदूरी,बोनस व स्थानीय बेरोजगारी और ओबरा तापीय परियोजना से निकाले गये सफाईकर्मियों के द्वारा अर्जित पावनों के भुगतान एवं समायोजन के विषय पर चर्चा की गई।
सभा को सम्बोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष मणिशंकर पाठक ने कहा कि,ओबरा तापीय परियोजना प्रशासन द्वारा निकाले गये सफाईकर्मियों के समस्त पावनों का भुगतान एक माह के भीतर करा दिया जायें एवं ओबरा सी परियोजना में उक्त श्रमिकों को समायोजित किया जाये।संगठन ने सदैव ही दबे कुचले मजदूरों के अधिकार के लिए संघर्ष किया है,अ ताप विद्युत गृह से पूर्व में निकाले गये 41 श्रमिकों को ओबरा सी परियोजना में समायोजित करने हेतू परियोजना प्रशासन से लिखित समझौता होने के बाद भी उन्हें कार्य पर नही रखा गया,इस विषय पर परियोजना प्रशासन को विचार करना चाहिए।
इसी क्रम में संगठन के महामंत्री नागेन्द्र प्रताप चौहान ने कहा कि,परियोजना में व्याप्त भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई सफाईकर्मियों की रोजी-रोटी,ओबरा परियोजना में आग लगने के कारण 150 सफाईकर्मी बेरोजगार हो गये,जिसका जिम्मेदार परियोजना प्रशासन है। ओबरा “सी” निर्माणाधीन परियोजना में कार्यरत दूसान पावर कम्पनी के कार्यरत श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी व बोनस को लेकर संगठन को प्रतिदिन शिकायत मिल रही है,दूसान कम्पनी के ठेकेदारों द्वारा न्यूनतम मजदूरी दर से भुगतान व बोनस नही देने का मुख्य कारण कमीशनखोरी है,जिसके कारण श्रमिकों का आर्थिक शोषण हो रहा है, संगठन इस विषय पर सोमवार को दूसान के प्रबंधक अधिकारी को पत्र सौंप कर न्यूनतम मजदूरी व बोनस की मांग करेगा।
दूसान पावर कम्पनी के द्वारा सरकार द्वारा जारी शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए निर्माण कार्य कराया जा रहा है,कम्पनी द्वारा स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध नही कराया जा रहा जाता है,जो भी बेरोजगार काम मांगने जाता है दुसान कम्पनी के अधिकारी उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा देते है।
सोनभद्र के हर बेरोजगार युवा को अपने जिले में रोजगार पाना प्रथम अधिकार है,बेरोजगार युवाओं हेतु रोजगार एवं दूसान पावर कम्पनी में कार्यरत श्रमिकों के अधिकारों के लिए मजदूर नेताओं द्वारा उठाई जा रही आवाज को दमनकारी नीति के तहत परियोजना प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा कुचलने का कार्य किया जा रहा है,जिससे कारण ओबरा सी परियोजना में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को और बल मिल रहा है,श्रमिकों को नौकरी से निकाल देने का भय दिखाकर दूसान कम्पनी के संविदाकार बंधुआ मजदूरों की तरह कार्य करा रहे है,दूसान कम्पनी के द्वारा श्रम कानूनों को ठोकरों पर रख कर कार्य कराया जा रहा है।
एक वर्षों से कार्यरत कम्पनी ने अभी तक अपने श्रमिकों को बोनस का भुगतान नही किया,इस विषय पर जब दूसान के अधिकारियों से वार्ता कि गई तो खुद को घिरता देख कुछ भी नही कहा,जो कि निन्दनीय है।
गुरुवार की सुबह गरीब और मजदूरों के मददगार,युवाओं के हीरों चोपन नगरपंचायत अध्यक्ष इमतियाज अहमद की हत्या करा दी गई,आज संगठन द्वारा दो मिनट का मौन रखकर श्रधान्जली दी गई, उनके द्वारा ओबरा “सी” परियोजना में स्थानीय बेरोजगारी एवं कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए 16/10/2018 को मुख्यमंत्री एवं सोनभद्र जिलाधिकारी महोदय को पत्र लिखकर अवगत कराया गया था,उसके कुछ दिनों पश्चात ही उनकी हत्या हो जाना बहुत ही सन्देहात्मक है,इस पुरे प्रकरण की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
बैठक में रणजीत तिवारी,गुड्डू तिवारी,राजपाल गौतम,तारा देवी,धन्नू,अयाज खां एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित रहें!