आजीविका मिशन की 40 महिलाओं को बैकयार्ड मुर्गीपालन के तहत मिला 50-50 चूजे, मुर्गीपालन कर बढ़ाएंगी अपनी आमदनी

दुद्धी/सोनभद्र (भीम कुमार) उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत इन्टेन्सिव ब्लाक दुद्धि में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह से जुड़े अनुसूचित जाति के चयनित 40 महिला लाभार्थियों को सतत आजीविका का श्रोत उपलब्ध करवाते हुए आजीविका सम्बर्धन के रूप में मुर्गी पालन योजना से प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा गया।

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स्थानीय पशु चिकित्सालय दुद्धि के प्रांगण में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लॉक एंकर पर्सन जय कुमार जोशी, पशुपालन विभाग के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ प्रदीप कुमार एवं विधानसभा अध्यक्ष (अपना दल) रामसुरेश कुशवाहा के हाथों सोमवार को पशुपालन विभाग के मुर्गीपालन योजना के तहत 40 महिलाओं को 50-50 चूजे एवं दाना का वितरण किया गया।

श्री कुशवाहा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिले यहीं वर्तमान सरकार की कोशिश है। हमारी वर्तमान सरकार में माननीय मुख्यमंत्री योगी जी की कोशिश है कि योजना का लाभ हर जरूरतमन्दो को पहुंचाकर क्षेत्र की गरीबी को दूर करें।  इस कार्य को आजीविका मिशन एवं पशुपालन विभाग का संयुक्त प्रयास बखूबी अंजाम तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।

डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि हमारा प्रयास हमेशा से रहा है कि पशुपालन विभाग के द्वारा दी जाने वाली हर सुविधा का लाभ पात्र व्यक्ति तक निश्चित रूप से मिले। इसी कड़ी में आज आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह से जुड़े 40 लाभार्थियों को विभाग के बैकयार्ड मुर्गीपालन से जोड़ा गया है।  इन्हें पूर्व में ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। दाना, टिकाकरण, चूजा सभी निःशुल्क प्रदान किया गया है। डॉ प्रदीप ने बताया कि हाईब्रिड प्रजाति के इस चूजे की खासियत है कि यह बड़ा होकर साल भर में 280 अंडा देगा एवं यदि इस अन्डे को रखते हैं तो इसे रखकर बच्चे की आगे वृद्धि कर सकते हैं। जो पुनः अंडे देने में सक्षम है।

बीएपी जय कुमार जोशी ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन केन्द्र सरकार की बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है जो विकास विभाग के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है। महिला शसक्तीकरण को समर्पित इस योजना से जुड़कर  ग्रामीण गरीब महिलाएं समूह से जुड़कर आजीविका सम्बर्धन जैसे गतिविधियों को अपनाती है। समूह से जुड़कर ये महिलाएं सामाजिक एवं आर्थिक रूप से शसक्त हो रही है। रोजगार के विभिन्न गतिविधियों को अपनाकर अपने परिवार की आमदनी बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभा रही है। आजीविका मिशन से जुड़कर करीब एक हजार से अधिक महिलाएं मुर्गीपालन जैसे व्यवसाय से जुड़ी हुई है। आज पशुपालन विभाग से 40 महिलाओं को चूजा मिलने से योजना से जुड़े महिलाओं में एक नई उम्मीद की किरण जगी है। समूह की महिलाओं को विभिन्न विभागों से जोड़कर विभिन्न प्रकार से लाभ पहुचाये जाने का प्रयास किया जा रहा है।

मौके पर वाईपी राजेंद्र कुमार, एलएच पीआरपी उपेन्द्र कुमार, मुकेश राम ,हिमान्शु राज, अनिल कुमार, ओमप्रकाश आदि मौजूद रहे।

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