सोनभद्र(सीके मिश्रा)अपर जिलाधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि सचिव एवं राहत आयुक्त, उ0प्र0 शासन राजस्व अनुभाग, लखनऊ के निर्देशानुसार गत वर्षोंं की भांति इस वर्ष भी प्रदेश के कई जनपदों के बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित होने की आशंका है। बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर बाढ़ से प्रभावित होने वाले परिवारों/व्यक्तियों को आवश्यकतानुसार राहत कैम्पों में अस्थाई रूप से रखा जाना है। इस सम्बन्ध में शासन द्वारा यह निर्देश प्राप्त है कि जनपद के प्रत्येक तहसील में न्यूनतम 01 राहत कैम्प को मॉडल राहत कैम्प के रूप में स्थापित कर संचालित किया जाए एवं सचिव एवं राहत आयुक्त, उ0प्र0 के निर्देशानुसार माडल कैम्प में लोगों के राहत हेतु व्यवस्थाओं का भी समावेश किया जाना है।
अपर जिलाधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी ने आपदा से जुड़े सम्बन्धित अधिकारियों से अपेक्षा की है कि उपरोक्त के दृष्टिगत अपने स्तर से समुचित कार्यावाही सुनिश्चित करते हुए राहत कैम्प संचालन की अतन स्थिति एवं वीडियो फुटेज व फोटो आदि आपदा कार्यालय,सोनभद्र को तथा कार्यालय के ई-मेल आई0डी0 तमसपमबिसमता800/हउंपसण्बवउ पर प्रतिदिन अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय।