सोनभद्र(सीके मिश्रा)
पहले खनन माफियाओं को नदी की धारा रोककर मशीन से खनन करने की छूट देने वाला जिला प्रशासन बरसात में लीज बन्द होने के पहले खनन माफियाओं को भंडारण करने की खुली छूट दे दी है । बरसात में लोगों को सस्ते दर पर बालू उपलब्ध कराने के नाम पर जिला प्रशासन बड़ा गेम खेल कर लोगों को धोखा देने का काम कर रहा है । यह कहना है बीजेपी ले पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी का । धर्मवीर तिवारी का कहना है कि भंडारण के नाम पर बगैर लीज धारक भी जगह-जगह बालू का भण्डारण कर रहे है ताकि समय पर ऊँचें दामों पर बेचा जा सके । उनका कहना है कि इसकी जांच होनी चाहिए और अवैध रूप से लिये गए बालू भंडारण को कब्जे में लेते हुए खनन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए और भंडार की जांच कर ही 30जून तक जितना बालू हो उतना ही एमएम11 दिया जाय। बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए भंडारण की अनुमति दी जा रही है ताकि भंडारण के नाम पर अधिक से अधिक खनन नदी में किया जा सके । बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने कहा कि सोनभद्र को लगातार खनन के नाम पर बदनाम किया जा रहा है । अधिकरियो और खनन माफियाओं के सिंडिकेट ने गिट्टी-बालू का दाम खूब बढ़ाया और अब लूट का केंद्र बना रहे है।
उन्होंने कहा कि पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री जी को पत्र भेज जांच की मांग की गई है । उन्होंने बताया कि 2200 रुपये की गिट्टी की परमिट 10 हजार की बेची जा रही है और अधिकारी खनन में भ्रष्टाचार रोकने को लेकर बैठक कर रहे।
श्री तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री को संदर्भित पत्र में वन क्षेत्र में मौजूद क्रेशर को बंद करने की कार्यवाही का भी जिक्र किया गया है ताकि इस भ्रष्टाचार से पर्दा उठ सके । उन्होंने बताया कि पहले वन विभाग के अधिकारियों ने NOC दिया था तो उनके खिलाफ कार्यवाही क्यो नही हुई ।आखिर अब तक कैसे चलता रहा क्रेशर, जिसे वह विभाग अपना क्षेत्र बता रहा । उन्होंने बताया कि उनकी सरकार है और उनका फर्ज है सरकार को बदनाम होने रोका जाय और दोषियों को दंडित कराया जाय । अंत में उन्होंने कहा कि जनता को यदि सस्ते दाम पर गिट्टी बालू उपलब्ध नही कराया तो TAC से जल्द जांच कराकर न्यायालय की शरण लेंगे ।