राजेश्वर श्रीवास्तव बने अध्यक्ष व वरिष्ट उपाध्यक्ष महबूब आलम एवं सचिव बने कृष्ण कुमार डीपीएस प्रबंधक
रवि कुमार सिंह
दुद्धी-सोनभद्र। स्थानीय कस्बा के सोनांचल इंटरमीडिएट कॉलेज में आज दोपहर आवश्यक बैठक आहूत की गई ।जिसमें दुद्धी क्षेत्र में संचालित हो रहे विद्यालयों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य एवं शिक्षक को लेकर निजी विद्यालय प्रबंधक/शिक्षक संघ का गठन किया गया। जिसमें क्षेत्र में संचालित विद्यालयों के प्रबंधकों व शिक्षकों के साथ आए दिन कोई ना कोई घटना दुर्घटना घटित होती रहती है, जिसके बाद उस
परिवार की सुध लेने वाला कोई नहीं होता है। उस दुख की घड़ी में उनके साथ कोई खड़ा नहीं होता और उन्हें विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विद्यालय प्रबंधक व शिक्षकों की समस्याओं को लेकर पूर्व में भी बैठक आहूत की गई थी ,जिसे लेकर आज पुनः सोन्नांचल इंटरमीडिएट कॉलेज परिसर में दुद्धी क्षेत्र के प्राइवेट विद्यालयों के प्रबंधकगण, प्रधानाचार्य एवं शिक्षकगण मौजूद रहे। जिसमें
निजी विद्यालयों के विभिन्न समस्याओं एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर चर्चा की गई। साथ ही साथ बैठक को एक मजबूत आधार देने के लिए एक संगठन का निर्माण हुआ,जिसमें विभिन्न पदों पर जिम्मेदारी सौंपी गई ।जिसमे मुख्य संरक्षक विश्वजीत गुप्ता सरस्वती शिक्षा निकेतन खजूरी व अध्यक्ष पद पर राजेश्वर श्रीवास्तव सोनांचल इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रबंधक सुशोभित हुए। वहीं वरिष्ठ
उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी आदर्श इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रबंधक महबूब आलम, संरक्षक सुरेंद्र अग्रहरि मां गायत्री स्कूल ,हरिशंकर सिंह, अजीत यादव ,जगदीश यादव, मोहम्मद कलामुद्दीन,उपाध्यक्ष रामप्रवेश कुशवाहा, राकेश अग्रहरी, दुर्गेश तिवारी, श्याम नारायण शुक्ला, महासचिव रमाकांत मौर्य, सचिव पद पर कृष्ण कुमार (DPS), कोषाध्यक्ष श्रवण जायसवाल (DLC ), कानूनी सलाहकार अनिल कुमार द्विवेदी, संगठन मंत्री जगत नारायण यादव, सूचना प्रसारण मंत्री आदर्श कुमार व नीरज कुमार, कार्यकारिणी सदस्य रणजीत सिंह यादव श्री राम पब्लिक स्कूल विंढमगंज, राजेश अग्रहरी लिटिल एंगल स्कूल, सुभाष चंद्र गुप्ता बाबा बंशीधर विद्यालय सलैयाडीह, मकसूद अहमद अंसारी एरिस्टो एकेडमी विंढमगंज, शंभू नाथ गुप्ता शिक्षक बनाए गए। संघ का गठन होने के उपरांत सभी पदाधिकारी का माल्यार्पण कर मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया गया। बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर सभी ने पूर्ण रूप से सहयोग देने के लिए एक स्वर में सभी ने हुंकार भरी।