हमारे भारत में महिलाएं श्मशान घाट नहीं जाती, किसी के चिता को आग नहीं दे सकती हैं
ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि ये काम केवल पुरुष ही कर सकते हैं – माही श्रीवास्तव (अभिनेत्री)
रिपोर्टर पुरूषोत्तम चतुर्वेदी
वाराणसी।- वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स के एमडी और निर्माता रत्नाकर कुमार ने बहुचर्चित भोजपुरी फिल्म जया आज पूरे भारत मे एक साथ रिलीज हो गई है। फिल्म जया में अभिनेत्री माही श्रीवास्तव और अभिनेता दया शंकर पांडे की पिता पुत्री के संघर्ष की कहानी को दर्शाया गया है। हाल ही में इस फिल्म की प्रीमियर मुंबई और पटना और वाराणसी में किया गया है जिसे उपस्थित लोगों ने खूब तारीफ की है।
फिल्म देखकर सिनेमाघरों से निकले लोगों ने फिल्म को पारिवारिक बताया है वही सिनेमाघर में महिला दर्शकों की भीड़ भी देखने को मिल रही है। फिल्म को मिल रहे अच्छे रिस्पांस पर निर्माता रत्नाकर कुमार, सह निर्माता निवेदिता कुमार, निर्देशक धीरू यादव गदगद हो उठे हैं फिल्म की सफलता पर निर्माता रत्नाकर कुमार ने कहा कि हमें उम्मीद से बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं वही फ़िल्म देखने के लिए आये दर्शकों की भीड़ उमड़ रही है, फिल्म की कहानी दर्शकों को बेहद ज्यादा पसंद आ रही है इस बात पर मुझे बहुत ज्यादा खुशी है। माही श्रीवास्तव ने फिल्म की कहानी के बारे में बताया कि हमारे भारत में महिलाएं श्मशान घाट नहीं जाती, किसी के चिता को आग नहीं दे सकती हैं। ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि ये काम केवल पुरुष ही कर सकते हैं उन्होंने कहा कि हम इस फिल्म के जरिए यही दिखाना चाहते हैं कि महिला हर काम को कर सकती है उन्होंने फिल्म के एक डायलॉग को बोला कि ‘बात जात का नहीं बात औरत जात का है’। फिल्म की कहानी में जया जो दलित परिवार से है उसके पिता के रोल में दयाशंकर पांडे हैं जो श्मशान घाट पर चिता जलाने का काम करते हैं। जया बेहद चुलबुली लड़की है जिसे ब्राम्हण लड़के से प्यार हो जाता है और शादी की बात शुरू होती है लेकिन लड़के के परिवार को जैसे ही लड़की के दलित और परिवार के काम के बारे में पता चलता है लड़के का पिता उन्हें धक्के मारकर घर से बाहर निकाल देता है यहीं से शुरू होती है जया की कहानी। वर्ल्डवाइड चैनल और जितेंद्र गुलाटी प्रस्तुत फिल्म जया माही श्रीवास्तव, दया शंकर पांडे, सुकेश आनंद, मनु कृष्णा, महेश आचार्य, धर्मेंद्र सिंह, राव रणविजय, ओमी कश्यप, रंभा साहनी, सोनाली मिश्रा, जुबेर शाह, योगेश पांडे, सोनू कुमार, निरंजन चौबे, अनामिका राय, नीरज कुमार सिंह, अनिता तिवारी, राम बिलास सिंह, सरिता सिंह, उत्पल सिंह, अभिषेक सिंह हैं पीआरओ ब्रजेश मेहर और रामचंद्र यादव है।