देश के सभी परमहंस आश्रम के महात्मा पहुंचें
रोहित कुमार त्रिपाठी
करमा-सोनभद्र। गुरु शिष्य की परंपरा का सबसे पवित्र पावन पर्व रूपी गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आगाज परमहंस आश्रम शक्तेषगढ़ चुनार मिर्जापुर में हो चुका है आश्रम के वरिष्ठ संत नारद जी एसएनसी उर्जाचंल को बताया कि इस गुरु पूर्णिमा पर अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है देश के विभिन्न प्रांतो से सभी भक्तों के आने का सिलसिला अनवरत एक सप्ताह से आश्रम में हो रहा है जहां गुजरात से संत राजेश्वरानंद महाराज, निर्मलानंद महाराज परमहंस आश्रम कैलाशपुरी
परसौना घोरावल से श्री राम महाराज उर्फ मड़ई महाराज , राजस्थान से गुरुचरणानंद महाराज, फरीदाबाद से चिंतनमयानंद महाराज, चालीसगांव महाराष्ट्र से गुलाब बाबा, पालघर आश्रम मुंबई से जंग बहादुर बाबा, हरदा मध्य प्रदेश से अकेला महाराज बिल्लू बाबा, बख्तियारपुर पटना बिहार से श्रद्धानंद जी महाराज,अंवरा से तुलसी महाराज, इत्यादि सहित सैकड़ो महात्मा परमहंस आश्रम शक्तेषगढ़ में पहुंच
चुके हैं इस आश्रम में एक माह से गुरु पूर्णिमा की तैयारी की जा रही थी इस आश्रम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि स्वयं आश्रम के संत महात्मा गुरु- पूर्णिमा पावन पर्व की तैयारी को अंतिम रूप दिए राजगढ़ वाया चुनार मार्ग पर दोनों तरफ से 5 किलोमीटर पूर्व ही बड़ी गाड़ियों को रोक दिया जाएगा। प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट मोड पर पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रहा है आश्रम परिसर में पेयजल व्यवस्था,निःशुल्क अस्थाई चिकित्सा व्यवस्था, फायर ब्रिगेड की गाड़िया मौजूद हैं यथार्थ गीता के प्रणेता स्वामी अड़गड़ानंद महाराज ने कहा श्रीमद् भागवत गीता भाष्य यथार्थ गीता की चार बार आवृत्ति कर लेने पर भगवान स्वयं उठाने ,बैठाने, चलाने और बोलने लगते हैं ,लेकिन यह तभी संभव है जब संपूर्ण भाव से उस ईश्वर की अनन्य शरण को प्राप्त हो, उसके कृपा- प्रसाद से परम शांति, शाश्वत परमधाम को प्राप्त होगा, अतः ध्यान करना है तो हृदय- देश में करें ,यह जानते हुए भी मंदिर, मस्जिद, चर्च या अन्यत्र खोजना समय बर्बाद करना है, हां, जानकारी नहीं है तब तक स्वाभाविक है ईश्वर का निवास- स्थान हृदय है, भागवत के चतु: श्लोकी गीता का सारांश भी यही है कि वैसे तो मैं सर्वत्र हूं, किंतु प्राप्त होता हूं तो हृदय- देश में ध्यान करने से ही। गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर पूरे आश्रम परिसर में भक्तों का जन सैलाब उमड पड़ा है रविवार की भोर से ही योगेश्वर महाप्रभु सतगुरुदेव भगवान का दर्शन सबसे पहले सभी महात्मा के बाद भक्तों के लिए सुलभ हो सकेगा जगह-जगह पर यथार्थ गीता का स्टॉल स्वामी के आदेश अनुसार न्यूनतम दर पर भक्तों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है दर्शन पूजन के पश्चात भक्तों के लिए विशाल भंडारे का भी आयोजन सुबह से देर रात्रि तक चलता रहेगा। हालांकि समाचार लिखे जाने तक पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर के पीआरओ ने बताया कि अभी जूम मीटिंग में है उसके बाद परमहंस आश्रम शक्तेषगढ़ में जाएंगे बैठक के लिए, आश्रम परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की कमान वरिष्ठ संत नारद महाराज , एवं महात्मा लाले महाराज , राम महाराज , दीपक महाराज ,आशीष महाराज , की देखरेख में संपन्न होगा ताकि भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और योगेश्वर महाप्रभु सदगुरुदेव भगवान का दिव्य दर्शन- पूजन एवं आशीर्वाद सभी को प्राप्त हो।