सर्पदंश की शिकार हुई महिला को रिक्शा ट्राली से अस्पताल में कराया भर्ती, बची महिला की जान

सर्पदंश की शिकार हुई महिला को नहीं मिली एंबुलेंस सुविधा, तो परिजनो ने रिक्शा ट्राली से अस्पताल में कराया भर्ती, तब बची महिला की जान!

दुद्धी-सोनभद्र(रवि कुमार सिंह)। स्वास्थ्य विभाग एम्बुलेंस सेवा को दुरुस्त करने के लिए तमाम उपाय कर रही है!लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं भी नहीं रेंगता है। दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के खजुरी गांव का एक मामला देखने को मिला। जहां मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस 108 की देरी पर मरीज को रिक्शा ट्राली पर अस्पताल लेकर पहुंचे। मरीज सोनी देवी 40 वर्षीय पत्नी उदय गुप्ता निवासी खजुरी के

भतीजे ने ऋषि कुमार गुप्ता ने बताया कि शनिवार को मेरी चाची घर के बाहर लकड़ी लेने गई थी। उसी दौरान उनके बायें हाथ के अंगुली में एक सांप ने डंस लिया। जिसके बाद परिजनों ने साँप काटने की बात सुनते ही परेशान हो गए। और झाड़ फूंक के चक्कर मे कुछ देर लगे रहे। भतीजे ने सीएचसी दुद्धी ले जाने के लिए डायल 108 एंबुलेंस के लिए कॉल भी किया गया, एंबुलेंस कर्मियों के द्वारा कहा गया कि कुछ देर इंतजार करिये लगभग आधा घंटा समय बीत गया। पर एंबुलेंस नहीं आई पर जिन्होंने आनन-फानन में देर होता देख रिक्शा ट्राली पर सर्पदंश की शिकार हुई महिला को लाकर अस्पताल पहुँचाया। जहाँ इमरजेंसी में चिकित्सक डॉ विनोद सिंह द्वारा उपचार किया गया। परिजनों ने कहा कि रिक्शा ट्राली से मरीज को लाकर भर्ती नहीं कराया जाता तो कोई भी घटना घट सकती थी, जिसका जिम्मेदार कौन होता!

Translate »