रामगढ़-सोनभद्र(संगम पाण्डेय)। बरसात के जल से भूगर्भ स्तर को रिचार्ज करने के लिए ग्राम पंचायतों में खराब पड़े बोर का प्रयोग कर उसके पास डीप बोर रिचार्ज पिट का निर्माण कराने के नाम पर संबंधितों द्वारा सरकारी धन का किस तरह बंदरबांट किया जा रहा है, इसका खुलाशा करने के लिए सदर विकास खंड से महज 15 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत तरावां में निर्मित रिचार्ज पिट पर्याप्त है। बतादें कि इस ग्राम पंचायत में भूगर्भ स्तर को रिचार्ज करने के उद्देश्य से सरकारी धन से निर्मित रिचार्ज पिट वर्तमान समय में अपनी दुर्दशा पर खुद
आंशू बहा रहे हैं। आलम यह है कि ग्राम प्रधान द्वारा नंबर तीन के ईटों व खराब किस्म के सिमेंट से रिचार्ज पीट का निर्माण कराकर छोड़ दिया गया है। जबकि नियमानुसार रिचार्ज पिट के निर्माण के लिए 6 फीट गहराई तक गड्ढा खोदकर उसको पक्का टैंक बनाकर टैंक में 3 लेयर के फिल्टर का प्रयोग करते हुए उसको निर्मित कराया जाना है। बाद खराब बोर में छेद कर मेस एवं स्टील जाली लगाकर उसे पानी को फिल्टर करने योग्य बनाया जाना है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में रिचार्ज पिट का अधूरा निर्माण कराकर इस मद में आये सरकारी धन का संबंधितो द्वारा बंदरबाट किये जाने की शिकायत सोशल मिडिया के माध्यम से जिले के उच्चाधिकारियो को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मामले की जांच कराकर सरकारी धन का दुरूपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग किया हैं।