सिगरौली।नवरात्रि के पहले दिन आयोजित राम लीला में परशुराम लक्ष्मण संवाद और सीता स्वयम्बर का जीवंत अभिनय से सराबोर हुआ हिंडाल्को महान।हिंडाल्को महान में, नवरात्रि के पावन पुनीत अवसर पर नव रात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के भव्य पंडाल के समीप निर्मित विशाल मंच पर परियोजना प्रमुख सेंथिल नाथ ,मानव संसाधन प्रमुख विश्वनाथ मुखर्जी ,सी.पी.पी.हेड सी. एस. सिंह, वित्त लेखा प्रमुख सुशांत नायक, स्मेल्टर हेड एस.शशि कुमार,सीटीएस प्रमुख अभयानंद चतुर्वेदी, सभी विभाग प्रमुखों की भार्या की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य प्रथम पूज्य गणपति महाराज का पूरे विधि विधान से अर्चन पूजन एवं दीप प्रज्जवलन कर द्वितीय दिन की मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की लीला को प्रारंभ किया गया।
दूसरे दिन की लीला में परम तपस्वी स्रिंगी ऋषि व महाराज दशरथ का पुत्र कमेष्ट यज्ञ, राम जन्म, सीता जन्म, विश्वामित्र आगमन, ताड़का, मारीच और सुबाहु का वध, अहिल्या उद्धार, धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, परशुराम लक्ष्मण संवाद का बड़ा ही मनोहारी ढंग से प्रदर्शन किया गया । सभी दृश्यों में उच्च तकनीकी का प्रयोग कर एकदम जीवंत कर दिया गया था । लीला के अंत में महाराज दशरथ की भव्य बारात गाजे बाजे सहित रथ में सवार दोनो राजकुमारों को लेकर जनकपुर में पधारी । महाराज जनक ने बारातियों का दिल खोलकर स्वागत किया । बारात का आगमन और उसकी स्वागत हेतु सभी महान वासी पूर्व निश्चित परिधानों में सज संवर कर आए थे । बारात की शोभा देखते बन रही थी, मानो ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सचमुच हम चक्रवर्ती सम्राट के बाराती है और हमारा स्वागत मिथिलाधिपति कर रहे है । आज की लीला में अभिषेक उपाध्याय महाराज दशरथ, कल्याण प्रसाद शर्मा महाराज जनक, इंदुवेश उपाध्याय लंकेश दशानन,आशीष दुवे प्रभु श्री राम, आदर्श तिवारी लक्ष्मण,प्रवीण पाण्डेय परशुराम,मौद्रिका द्विवेदी जनक नंदिनी,ब्रजेश तिवारी विश्वामित्र,दिलीप तिवारी वशिष्ठ,इला साहू कैकेई, इंदुबाला सुमित्रा,यशस्विनी अहिल्या की भूमिका में थी । सीता जन्म,रावण वाणासुर संवाद,परशुराम-लक्ष्मण संवाद जैसे दृश्य तो बहुत ही सराहनीय और मंचन की संपूर्ण कलाओं से पूर्ण थे । महान एल्युमिनियम की लीला में यहां के सभी स्थानीय कलाकारों ने नाट्य मंच के बड़े बड़े दिग्गजो की भांति मंचन दिया । दृश्य प्रबंधन, व्यास पीठ द्वारा मधुर संगीत, नन्हे मुन्नों द्वारा संगीतमय नृत्य सब कुछ उच्च कोटि का रहा ।
निस्संदेह हिंडाल्को महान एल्यूमिनियम ने लीला के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। किसी भी लाइव मंचन कार्यक्रम का इतना सजीव और भव्य होना बहुत ही कठिन है।