पसही खुर्द स्थित मंदिर परिसर वैदिक मंत्रोचार से होता रहा गुंजायमान
प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे पंडित हरिहर राम पाठक उर्फ स्वामी हरिनारायण आश्रम जी
मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी की रिपोर्ट
सोनभद्र। जनपद के ऐतिहासिक पसही खुर्द गांव के बगीचे में दो दिवसीय धार्मिक एवं मूर्ति अनावरण कार्यक्रम आचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रोचार एवं शंख ध्वनि के बीच संपन्न हो गया। बताते चलें कि जनपद के पसही गांव निवासी प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति शेष पंडित हरिहर राम पाठक उर्फ स्वामी हरिनारायण आश्रम जी की भव्य मूर्ति के अनावरण हेतु उपरोक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया था जो संपादित हो गया। इस दौरान हरिकीर्तन एवं अखंड रामायण पाठ के बाद हवन एवं भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। इसी के साथ बगीचे में स्वामी जी की स्मृति में स्थापित मंदिर एवं मूर्ति अनावरण के बाद वह एक ऐतिहासिक प्रतिमूर्ति के का स्वरूप स्थापित कर लिया। कार्यक्रम आयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता वरुण कुमार पाठक ने बताया कि हरिहर राम पाठक उर्फ स्वामी
हरिनारायण आश्रम जी उर्फ मौनी स्वामी जी उनके बाबा जी थे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने का कभी भी कोई सुविधा एवं पेंशन नहीं लिया। श्री पाठक ने यह भी बताया कि माँ गायत्री की 18 वर्षो तक तपस्या इसी बगीचे वाले स्थल पर उन्होंने किया था और बाद में सन्यास धारण करते हुए काशी नगरी में बाबा विश्वनाथ जी के शरण में रहने लगे थे। सोनभद्र के गौरव के प्रतीक स्वामी हरिनारायण आश्रम जी की मूर्ति स्थापना शंकराचार्य जी के शिष्य श्री 1008 दंडी स्वामी ओमानंद जी महाराज प्रयागराज की गरिमामय उपस्थिति में उनके कर कमलों से किया गया। इस मौके पर वराणसी से पधारे स्वामी जी के गुरु भाई मधसूदन आश्रम जी सहित सासाराम, प्रयागराज, अकोढ़ि , नटवा एवं कई अन्य जनपदों से उनके शिष्य गण जहां पधारें थे वहीं संघ के जिला सह कार्य वाह भोलानाथ मिश्र, जितेंद्र जी, अनिल जी, कीर्तन जी, संगम जी, प्रमोद जी, मनोज जी, राजेंद्र , कृपानारायण, राजबलि,अमरनाथ, पद्माकर मिश्र , प्रदीप , राजेश पाठक , उमेश पांडेय आदि कार्यक्रम के साक्षी रहे।