सोनभद्र- जनपद न्यायधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अशोक कुमार यादव प्रथम के निर्देशन पर आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्ण कालिक सचिव पंकज कुमार ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित स्वधार गृह व शिशु गृह का निरीक्षण किया। शिशु गृह में रखे गए बच्चो के स्वास्थ्य और देख-रेख के सम्बंध में शिशु गृह के अधीक्षिका से
आवश्यक जानकारी प्राप्त किये। वही शिशु गृह में इस समय 17 बच्चे आवासित है। जिसमे 0 से 06 वर्ष के 9 नवजात शिशु व 06 से 10 वर्ष के 08 बच्चे है। मेधावी छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए आवासीय स्कूल में प्रवेश के लिए आश्वाशन भी दिया एवं इस संबंध में जिला अधिकारी के समक्ष पत्र प्रेषित करने हेतु अधीक्षक को निर्देशित किया। कहा कि बच्चे राष्ट्र के निर्माण का प्रमुख हिस्सा है। सशक्त भारत के लिए बच्चो का बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षित होना बहुत जरूरी है ताकि वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सके एवं राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने शिशु गृह के
सम्बन्धित कर्मचारियो को निर्देश दिए कि बच्चो के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए कोई भी कमी न रखी जाए व उन्हें सभी तरह की उपलब्ध सेवाएं मुहैया कराई जाए। निरीक्षण के दौरान संपूरक पोषण, टीकाकरण ,पोलियो ड्रॉप्स, बेसिक स्वास्थ्य निगरानी, सोने की सुविधाओं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान शिशु गृह के प्रबंधक पवन सिंह , पैरालीगल वालिंटियर राजन चौबे, स्वधार गृह के अधीक्षिका अमृता काउंसलर नेहा, शिशु गृह की अधीक्षिका नीरज उपस्थित रही।