डाला/सोनभद्र :- स्थानीय नगर के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा भारतीय नव वर्ष की पूर्व संध्या पर अखंड भारत के चित्रण के साथ 1100 दीप जलाकर नूतन नव वर्षाभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सुरेंद्र बरनवाल ने भारतीय नववर्ष के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि
हमारा सनातन धर्म सबसे प्राचीन है, हिंदू सभ्यता व संस्कृति पाश्चात्य संस्कृति से ज्यादा समृद्ध है। वैदिक काल से चली आ रही काल गणना पद्धति के मुताबिक, चैत्र में ही वर्ष का आरंभ माना जाता है क्योंकि इस महीने में प्रकृति में नूतनता का संचार होता है उन्होने कहा कि शास्त्रों के मुताबिक भगवान ब्रह्मा ने चैत्र शुल्क प्रतिपदा को ही सृष्टि की रचना की थी और कलयुग
का आरंभ भी इसी दिन हुआ था इसलिए यह सृष्टि की रचना का उत्सव है । उक्त कार्यक्रम में संजय पांडेय, मुन्ना पांडेय, राकेश रोशन, विकास पटेल, मुकेश जैन, धीरेंद्र प्रताप सिंह, संदीप सिंह, महेश सोनी, सदन साहू, रजत, प्रिंस अग्रहरी , विकास जैन, प्रशांत पाल, अवनीश पांडे, अंशु पटेल, अनिकेत श्रीवास्तव, समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर उपस्थित रहे ।