
विजय शंकर चतुर्वेदी
सोनभद्र। मकर संक्रान्ति के अवसर पर कर्मनाशा नदी को शाप मुक्त किया जाएगा । नल दमयंती मंदिर के पास स्थित कर्मनाशा तट पर स्नान के बाद यज्ञ द्वारा शापित नदी के मिथक को तोड़ा जाएगा ।
कार्यक्रम की अगुआई देवाधिदेव महादेव सहित कई फिल्मों और धारावाहिकों के लेखक निलय उपाध्याय स्वयं कर्मनाशा में स्नान करेंगे , उनके साथ विजय शंकर चतुर्वेदी व विजय विनीत भी स्नान यज्ञ द्वारा कर्मनाशा को शाप मुक्त करेंगे। निलय उपाध्याय ने बताया कि नदी पंच तत्व में जल तत्व की प्रतिनिधि है जो शापित हो ही नहीं सकती ।
उल्लेखनीय है कि निलय उपाध्याय ने गंगोत्री से गंगा सागर की यात्रा कर उसपर पुस्तकें लिखी थीं , उनके संस्मरणों को देश के समाचारपत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। गंगा पर उनके कार्यों की वजह से उनको कई राष्ट्रीय स्तर के सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है।
विजय शंकर चतुर्वेदी ने भी नदियों पर काफी कार्य किया है। उनकी पुस्तक ‘ संकट में नदियां’ का विमोचन वर्ष 2014 में तत्कालीन केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती द्वारा किया गया था, उनकी नदी पर दूसरी पुस्तक सोनभद्र की नदियां प्रकाशनाधीन है। विजय विनीत भी नदियों के नष्ट किये जाने पर कई बार आंदोलन कर चुके हैं।
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