शीतलहर में खुले छत के नीचे सोने को मजबूर 3 अनाथ बच्चें सावित्री देवी ने उठाया मदद का बीड़ा

चोपन।चोपन थानांतर्गत आदर्श नगर पंचायत चोपन क्षेत्र के मल्लाही टोला का मामला बचपन में ही माता व 4 माह पूर्व पिता राजेन्द्र के मृत्यु के बाद अनाथ तरीके से जीवन जी रहे खुशी,प्रिंस, आकाशी हाथ मे किताब व कॉपी की जब जरूरत तक घरों में झाड़ू पोछा बर्तन दैनिक मजदूरी कर अपना जीविकोपार्जन किसी तरह चला रहे है।मिट्टी की झोपड़ी जिसकी छत की सीट पूरी तरीके से महीनों से ध्वस्त है दरवाजा भी नही है घास-फूस की झोपड़ी पर पॉलिथीन डालकर रहने वाले बच्चों को तन ढकने के लिए कपड़े भी दूसरों से मांगने पड़ रहे हैं।इस अत्यधिक कड़कड़ाती ठण्ड शीतलहर में खुले छत के नीचे सोने की मजबूर है।पिता के मृत्यु के 4 माह बीत जाने के बाद बड़ी बहन खुशी पर छोटे भाई बहन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी आ गयी है।अब बच्चों का भविष्य अंधकार में डूब गया हैं रहने और खाने के लिए दूसरों के आगे हाथ फैलाने को मजबूर है।एक दिन राशन वितरण कर रहे कोटेदार के यहा जाने के उपरांत उनके घर पर महिला सुरक्षा एवं जन सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष जनसेविका सावित्री देवी की नजर पड़ी इस पूरे स्थिति समस्या को देख दर्द भरी बातों को सुनने के बाद आँखे नम हो गयी सावित्री देवी ने उन बच्चों को पूर्ण रूप से भरोसा दिलवाया की अपने क्षमता अनुसार तन,मन,धन से इनकी मदद करूंगी और इन बच्चों को अनाथ महसूस नही होने दूंगी अनाथ बच्चों के सिर पर छत व सहयोग देने के लिए शासन प्रसाशन तक मांग करूंगी।

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