रामधनुष यज्ञ की लीला का हुआ मंचन

चोपन-सोनभद्र(सत्यदेव पांडेय)- सिंदुरिया में आयोजित रामलीला के छठे दिन धनुष यज्ञ की लीला का मंचन हुआ। महाराज जनक के द्वारा सीता स्वयंवर की घोषणा होते ही दूर-दूर से राजा महाराजा पधारे तथा महर्षि विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण की सवारी आई सभी राजाओं ने अपना बल आजमाया पर धनुष तोड़ना तो दूर उसे हिला नही सके जिससे दुखी होकर राजा जनक ने कहा कि लगता है पृथ्वी वीरों से खाली हो गई है इसलिए मुझे सीता को कुंवारी रखना पड़ेगा रावण और बाणासुर जैसे योद्धा सफल नहीं हुए विश्वामित्र जी की आज्ञा से राम ने धनुष भंग किया और चारों तरफ जय जय

कार होने लगा देवताओं ने आकाश से सुमन बृष्टि किया सीता राम के गले में जयमाला डाल दिया तथा धनुष भंग की आवाज सुनकर तपस्या कर रहे परशुराम जी क्रोधित होकर सभी राजाओं को बंद करने का एलान किए। परशुराम और लक्ष्मण का ओजस्वी संवाद लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा विदूषक राजाओं के द्वारा हास्य परिहास का अभिनय मनोरंजन का केंद्र बना रहा रहे। इस मौके पर मौजूद वरिष्ठ समाजसेवी हनुमान प्रसाद पांडे, रामलीला समिति अध्यक्ष सुरेश पांडे, विद्या शंकर पांडे, व्यास जी, मुरली तिवारी, डॉक्टर राम गोपाल शास्त्री, नरसिंह त्रिपाठी, पूर्व प्रधान राम नारायण पांडे, राम जानकी पांडे,युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विशाल पांडे, जिला पंचायत प्रतिनिधि संजीव त्रिपाठी, चोपन नगर पंचायत चेयरमैन प्रतिनिधि उस्मान अली, पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि डंपू सिंह ,राष्ट्रीय सहारा पत्रकार मनोज चौबे, दीनू सेठ, विमल शाह, प्रेम शंकर पांडे, वीरेंद्र कुमार पांडे ,अशोक कुमार पांडे, अवधेश नारायण पांडे, आदित्य नारायण पांडे, हृदय नारायण पांडे, महावीर प्रसाद पांडे, विनोद कुमार पांडे, कमलेश पांडे, राधारमण पांडे, कृपा शंकर पांडे, प्रशांत पांडे ,रमेश पांडे, ग्राम प्रधान राम नगीना इत्यादि लोग मौजूद रहे।

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