ओमप्रकाश रावत
विढंमगंज-सोनभद्र- कोन थाना क्षेत्र के कचनरवा में विश्व मानव अधिकार दिवस पर शुक्रवार को लौकवाखाडी( शिव मंदिर )के प्रांगण में मानवाधिकार ह्यूमन राइट्स सी.डबल्यू.ए.की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष रिना सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने 10 दिसंबर 1948 को मानवाधिकार दिवस घोषित किया था। ताकि लोगों को उनके अधिकारों के बारे में सही और सटीक जानकारी मिल सके। संविधान में हर इंसान के कुछ मौलिक अधिकार है जिनकी जानकारी हर एक को नहीं होती, लिहाजा यह दिन लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए ही मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इंसानी अधिकारों को पहचान देने और वजूद को अस्तित्व में लाने के लिए जारी इस लड़ाई को मानव अधिकार दिवस ताकत देता है। मानवाधिकार दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। मानव अधिकार वह मूलभूत अधिकार है जिससे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीय, धर्म आदि के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता है। दुनिया में मानवता के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए इस दिवस की महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यक्रम में आदिवासी नृत्य मांदर बजाकर लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए जागरूक कार्यक्रम किया कार्य अध्यक्ष सुकती देवी, संचालन आरती, मिश्री लाल जायसवाल, रानी देवी, फूलमैना देवी,रिना सिंह ने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य मानव अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करना, मानवाधिकारों के हनन को रोकना है। इस मौके पर सर्किल इंस्पेक्टर अफरोज आलम,अजमल सुल्तान हेड कांस्टेबल, विकास कुमार, ओम रावत, पंचम, रुनी देवी, तेज़ीबली आदि लोग सहित बडी संख्या में लोग उपस्थित थे।