पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हॉस्पिटल एवं एम्बुलेंस प्रबंधन तथा वाहन व्यवस्था से संबन्धित कर्मियों को किया गया प्रशिक्षित
आक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था पर भी दिया गया प्रशिक्षण वाराणसी। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को आयुक्त सभागार में कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों के क्रम में आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत संक्रमण से बचाव एवं प्रभावी प्रबंधन के लिए हॉस्पिटल एवं एम्बुलेंस प्रबंधन तथा वाहन व्यवस्था से संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विगत दूसरी लहर से सबक लेते हुये हॉस्पिटल एवं एम्बुलेंस के प्रबंधन को और दुरुस्त करना होगा। इस कार्य में लगाये गये समस्त चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी समस्त तैयारियों को पूर्ण कर लें। इसके लिए आवश्यक स्वास्थ्य कर्मियों, वाहन चालकों एवं अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। सभी लोगों को उनके कार्य एवं दायित्वों से अवगत करा दिया जाये। जिलाधिकारी ने संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि जनपद में जितनी भी एम्बुलेंस पंजीकृत हैं उनकी समस्त सूचनाएँ वाहन चालकों के मोबाइल नंबर सहित अपडेट कर लिया जाये। इसके साथ ही हॉस्पिटल में संचालित कोविड हेल्प डेस्क पर लगाये गये कर्मियों को मरीजों एवं उनके तीमारदारों के सहयोग हेतु प्रशिक्षित कर दिया जाये।
अपर जिला अधिकारी नगर गुलाब चंद ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि चिकित्सालयों को आक्सीजन आपूर्ति उनको आबंटित मात्रा के अनुसार किया जायेगा। यदि चिकित्सालय द्वारा अत्यधिक आक्सीजन की मांग की जाती है तो चिकित्सालय को उसके उपभोग का रिकॉर्ड प्रतिदिन देना होगा। सभी आक्सीजन प्लांट के प्रबन्धकों द्वारा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि जो भी आबंटन सहायक आयुक्त औषधि के द्वारा किया जायेगा उसी के अनुसार आक्सीजन सिलिंडरों में रिफलिंग का कार्य होगा। इसमें किसी प्रकार का विचलन नहीं किया जायेगा। समय-समय पर उच्चाधिकारियों द्वारा यदि आक्सीजन से संबन्धित कोई निर्देश दिये जाते हैं तो उसका अनुपालन करना होगा। डॉ सोरेन चक्रवर्ती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एम्बुलेंस प्रबन्धन का कार्य कोविड कंट्रोल एवं कमाण्ड सेंटर से समर्पित कर्मियों के टीम के द्वारा किया जा रहा है। उन्होने अब तक किए गये कार्यों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ए.के. मौर्य ने चिकित्सालय मे अब तक कि गयी व्यवस्थाओं से अवगत कराते हुये कहा कि चिकित्सालय में कार्यरत पैरामेडिकल स्टाफ को सभी चिकित्सालय प्रबन्धक अपने स्तर से संवेदीकृत कर दें तथा यदि किसी कर्मी की आवश्यकता हो तो उसे संबन्धित उच्चाधिकारी को अवगत करा दें।
इस प्रशिक्षण में सहायक आयुक्त औषधि केजी गुप्ता, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश सिंह सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। इन दोनों प्रशिक्षण में कुल 63 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।