रामजियावन गुप्ता/बीजपुर (सोनभद्र) थाना क्षेत्र के महुली गाँव मे भूमि संरक्षण बिभाग द्वारा लाखों की लागत से हो रहा बंधी निर्माण कार्य मजदूरों की जगह जेसीबी मशीनों द्वारा कराए जाने से स्थानीय मजदूरों में आक्रोश ब्याप्त है। बताया जाता है कि गाँव के महुली और जलजलिया टोले में सहदेव पुत्र मेहीलाल, शिवबहादुर पुत्र सरयू ,मंगला प्रसाद पुत्र सरजू , रामनाथ पुत्र भुनेश्वर , छोटेलाल पुत्र चरकु के खेत मे भूमि संरक्षण बिभाग की तरफ से ठेकेदार द्वारा लगभग 40 लाख की लागत से बंधी निर्माण कार्य जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है। आरोप है कि ठेकेदार गुडवक्ता विहीन कार्य को जल्दबाजी में मशीनों से करा कर धन का बंदर बाँट करने में लगा हुआ है। उधर गाँव के श्रमिकों का आरोप है कि लाकडाउन तथा कोरोना महामारी के कारण लम्बे समय से मजदूर घर मे बैठे हैं बताया जाता है कि गाँव मे काम न मिलने के कारण तमामं लोग काम धंधे की तलाश में गाँव से पलायन कर चुके हैं। ऐसे में घर और गाँव मे हो रहे सरकारी कार्य मे स्थानीय मजदूरों को काम देने की बजाय मशीनों से करना सीधे श्रमिको के पेट पर लात मारना है। उधर इसबाबत भूमि संरक्षण बिभाग के जेई मु० इबरान खां से जब बात की गई तो उन्हों ने कहा कि बंधी निर्माण में सीडी और आरसीडी का कार्य मशीनों से ही होना है बाकी बंधी को ऊँचा करने और पिचिंग आदि का के कार्य को मनरेगा के तहत मजदूरों से कराया जाना है। कार्य की गुडवक्ता के बाबत कहा कि मौके पर जाँच की जाएगी उसके बाद गलत पाए जाने पर निर्माण में लगे ठेकेदार पर करवाई की जाएगी।