सोनभद्र ।जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सोनभद्र जो अध्यापकों की नर्सरी कहा जाता है में आज 69000 भर्ती के प्रथम बैच के कुल 50 शिक्षकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम डायट सभागार में आयोजित हुआ ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरख नाथ पटेल व.अध्यक्षता डायट प्राचार्य मनोहर प्रसाद ने किया ।मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। बताते चलें कि बेसिक शिक्षा विभाग की मंशा है कि अब जब अध्यापक विद्यालय जाएं तो विद्यालय के संपूर्ण वातावरण सैद्धांतिक व प्रायोगिक जानकारी भी लेकर जाएं ।सिद्धांतों की जानकारी तो उन्हें रहती ही है लेकिन पूरे विद्यालयी कार्यक्रमों की भी उन्हें जानकारी हो जाए इसी उद्देश्य के साथ पहली बार यह उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित हुआ ।इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम में कायाकल्प,प्रेरणा लक्ष्य, प्रेरणा सूची ,प्रेरणा तालिका, शिक्षण योजना ,तीनों आधारभूत पुस्तिकाएं आधारशिला, ध्यानाकर्षण, शिक्षण संग्रह, टाइम एंड मोशन विद्यालय के अभिलेख आदि के बारे में उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा की आप विद्यालय के स्तंभ हैं और यह सारा सांगोपांग बच्चे को केंद्र में रखकर ही किया जाता है शिक्षक अपनी शिक्षा के द्वारा चिरकाल तक जनमानस के स्मृतियों में रहता है ।डायट प्राचार्य ने कहा सोनभद्र एक महत्वाकांक्षी जनपद है और इस वजह से शिक्षकों की भूमिका यहां पर बढ़ जाती है हमें आपसे बहुत उम्मीदें हैं क्या आप बेहतर कार्य करके इस जनपद को महत्वाकांक्षी जनपद की श्रेणी से बाहर निकाल लाएंगे ? संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन एआरपी दीनबंधु त्रिपाठी ने किया। प्रशिक्षक के रूप में सुनील मौर्या ,हरिबंश सिंह, एसआरजी संजय मिश्रा, विनोद कुमार ,डायट प्रवक्ता जिज्ञासा यादव ,रिचा ओझा,हीरालाल प्रजापति व एआरपी दीनबंधु त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अन्य दायित्वों का निर्वहन विकास सिंह ने किया।