सोनभद्र।भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवनी व आत्मनिर्भर भारत पर वर्चुअल वेबिनार संपन्न हुआ।
वेबिनार कार्यक्रम के बतौर मुख्यअतिथि उ0प्र0 सरकार के राज्यमंत्री आनन्द स्वरुप शुक्ला ने विडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित किया।
कार्यक्रम कि अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे व संचालन कार्यक्रम के जिला संयोजक ओमप्रकाश दूबे ने किया।
मुख्यअतिथि द्वारा मुख्यरुप से पं. दीनदयाल उपाध्याय के जीवनी पर प्रकाश डाला व कृषि विधेयक 2020 पर विस्तार से चर्चा किया
वर्चुअल वेबिनार को संबोधित करते हुए मुख्यअतिथि राज्यमंत्री आनन्द स्वरुप शुक्ला ने पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 25 सितंबर 1916 को हुआ उनके पिता भगवती प्रसाद थे। उन्होंने ढाई साल कि उम्र में दीनदयाल जी और उनकी माता रामप्यारी उनके मायके आगरा के फतेहपुर सीकरी में गुड़ कि मड़ई नामक भेजा यही से उनका प्रवासी जीवन आरंम्भ हुआ वे कभी लौटकर अपने घर वापस नही आये 12 जून 1929 को उनका प्रवेश कोटा के एक स्कुल मे हुआ 3 साल कोटा में अध्ययन के बाद दीनदयाल जी चचेरे मामा नारायण शुक्ला जी के यहा सीकर आये जहां से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की 1936 में बी.ए करने कानपुर गये वहां से 2 वर्ष बाद एमए करने आगरा आये 1941 में बी.टी करने प्रयाग आये 25 वर्ष की अवस्था में दीनदयाल जी राजस्थान और उ0प्र0 में ग्यारह स्थानों पर रहे 1937 में बी.ए की पढ़ाई के लिए कानपुर आये तब अपने सहपाठी बालू जी महाशब्दे के माध्यम से संघ संपर्क हुआ वही उनकी भेंट संघ संस्थापक डाॅ0 हेडगेवार जी से हुई कानपुर में सुन्दर ंिसंह भण्डारी भी उनके सहपाठी रहे 1937 से 1941 तक वे छात्र रहे उन्होंने संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष 1941 में द्वितीय वर्ष 1942 में पूरा किया द्वितीय वर्ष प्रशिक्षण के बाद वे पूर्ण कालिक प्रचारक बन गये वे आजीवन संघ के प्रचारक रहे संघ के माध्यम से वे राजनीति में आये।
कृषि विधेयक 2020 कि चर्चा करते हुए मुख्यअतिथि आनन्द स्वरुप शुक्ला ने कहा कि मुद्दा विहिन विपक्ष को किसानों की नही बिचैलियों और दलालों कि चिन्ता है स्वार्थ के लिए किसानांे को कर रहे गुमराह कांग्रेस सपा बसपा कम्युनिष्ठ जैसे राजनैतिक दल कभी नही चाहते कि किसान मजबूत व आत्म्निर्भर बने 70 सालों तक किसानांे को केवल नारा दिया गया किसान हित में कोई काम और फैसले नही किये गये वही भाजपा की केन्द्र सरकार ने किसानो को बंधन मुक्त करते हुए खुला बाजार दिया बिचैलियों और दलालों को खत्म किया कृिष लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया एमएसपी मे ंरिेकार्ड वृद्धि कि गयी किसानो को किसान सम्मान निधि के माध्यम से सलाना 6 हजार रुपये खेती के बेहतरी के लिए दिया गया किसानो को अपनी जमीन पर पूरा अधिकार होगा यह बिल सभी किसानो पर अनिवार्यता लागू नहीं होगा कृषि बिल के माध्यम से सरकार ने किसानो को अपनी उपज का मोल भाव करने का विकल्प दिया तब विपक्षी दल भ्रामक दुष्प्रचार कर दलालों को और विचैलियों की मदद कर रहे है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष अजीत चैबे ने कहा कि एकात्म मानववाद के दर्शन को समझने के लिए कार्यकर्ताओं को एकात्म मानववाद पर आधारित पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुस्तक को पढ़ने की जरुरत है राज्य सत्ता सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास से प्रेरित होकर काम करती है तब सबके सुख एवं कल्याण के लिए काम होता है, भारतीय जनता पार्टी की सरकारे पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद व अंत्योदय दर्शन को अपनाकर समाज के प्रत्येक तबके कल्याण व सुख के लिए काम करती है जिलाध्यक्ष जी ने कार्यकर्ताओं का आवाह्न किया कि ये गांव गांव जाकर किसानो को कृषि सुधारों कि अहमियत बताये और विपक्ष के झूठ फरेब व भ्रम का पर्दाफाश करें।
वर्चुअल सम्मेलन में मुख्यरुप से पूर्व विधानपरिषद सदस्य जयप्रकाश चतुर्वेदी क्षेत्रिय उपाध्यक्ष रमेश मिश्रा, ओंकार केशरी, सदर विधायक भूपेश चैबे, घोरावल विधायक डाॅ0 अनिल कुमार मौर्या, ओबरा विधायक संजय गोंड,पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, जिला मिडिया प्रभारी अनूप तिवारी, जिला आई टी संयोजक मनोज सिंह, गोंविन्द यादव रामलखन सिंह, ओमप्रकाश दूबे, उदय नाथ मौर्या, ई0 रमेश पटेल, अभिषेक सिंह चन्देल , कुसुम शर्मा, शारदा खरवार, अनिल सिंह गौतम, शिवकुमार गुप्ता, जिला महामंत्री रामसुन्दर निषाद, जीत सिंह खरवार, अमरनाथ पटेल, जिला मंत्री संतोष शुक्ला, विनोद पटेल, शंभूनारायण सिंह, कैलास बैसवार, कन्हैया जायसवाल सहित सभी जिला कार्यसमिति, मण्डल कार्यसमिति मोर्चा प्रकोष्ठो के अध्यक्ष समेत 400 से अधिक वर्चुअल वेबिनार में जुड़े व मुख्य अतिथि के विचारों को सुने।