पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा आज बीएचयू परिसर स्थित सुपर स्पेशलिटी विंग का निरीक्षण किया गया जहां पर कोविड-19 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
* निरीक्षण के दौरान पेशेंट की मॉनिटरिंग से संबंधित मॉनिटरिंग रूम/ कन्ट्रोल रूम में जाकर वार्ड में भर्ती मरीजों का किस तरह इलाज किया जा रहा है तथा उनके रोग के सम्बंध में सभी जानकारियां वहीं मानीटर पर डिस्प्ले हो रही हैं, देखा।
* मण्डलायुक्त द्वारा पूछे जाने पर कि किसी वांछित बेड सं पर मरीज की कंडीशन जानने के लिए कैसे पता लग सकता है जिस पर कन्ट्रोल रुम से वार्ड के ड्यूटी रुम में एनाउंस किया गया तथा वाछित मरीज के बेड पर लगे मानीटर की पूरी जानकारी कंट्रोल के मानीटर पर डिस्प्ले हुई।
वाराणसी। मण्डलायुक्त ने फिर जानना चाहा कि यदि किसी क्रिटिकल मरीज को दिल का दौरा पड़ जाये या किसी और वजह से सीरियस हो जाने पर तत्काल उसे कैसे अटेंड किया जायेगा। उनके पूछने की मंशा ये थी कि ऐसे मरीज को किस तरह मौत के मुंह से खींच कर बचाया जा सकता है। जिसपर बताया गया कि ड्यूटी पर शिफ्ट में जिस विशेषज्ञ डाक्टर की ड्यूटी होती है वह तत्काल मौके पर मरीज को अटेंड कर इलाज प्रारम्भ कर देते हैं।
* पूर्व में वार्ड/ रेड ज़ोन से मरीजो के भागने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए सुरक्षा के बारे में उठाये गये कदमों की जानकारी ली। डिप्टी चीफ प्राक्टर द्वारा बताया गया कि सभी सम्भावित प्वांइंट्स की पहचान करते हुए उसे लाक कर दिया गया है तथा सिक्योरिटी गार्ड भी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं।
* मण्डलायुक्त द्वारा क्रिटिकल मरीजों से संबंधित बुलेटिन प्रतिदिन जारी किए जाने का निर्देश दिया गया।
*जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि स्पेशलिटी सेंटर में कोविड-19 के भर्ती मरीजों के इलाज से संबंधित कमांड कंट्रोल को जिला प्रशासन के सिटी कमांड सेंटर सिगरा से जोड़ने की व्यवस्था की जाए।
* उप चिकित्सा अधीक्षक द्वारा भ्रमण के दौरान बताया गया कि चलने फिरने लायक मरीजों हेतु एक रुम में अखबार तथा टेलिविजन आदि की व्यवस्था की गई है ताकि वे अपना समय सुगमता से व्यतीत कर सकें।
* कोविड-19 के कमाण्ड सेंटर में जाकर वार्ड में भर्ती मरीजों के इलाज के बारे में पूछताछ की।
* परिजनों को उनके मरीजों के स्थिति के बारे में जानकारी न दिये जाने की शिकायत, कई दिनों तक कपड़े न बदलने की शिकायत सहित अनेक शिकायतों की जानकारी पर उप चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि सोमवार से मरीज व परिजनों की बातचीत शीशे लगे रुम के अन्दर से मरीज अपने परिजनो को स्वयं अपना हाल बता सकेंगे।
* इसी प्रकार अन्य समस्याओं के भी तत्काल निराकरण कराये जाने का निर्देश दिया।