फुलवार के समोही नाला के समीप दबंगो ने मड़ई डाल जोत डाली दर्जनों बीघा जमीन

समर जायसवाल –

ग्रामीण ने माह भर पूर्व मुख्यमंत्री समेत ,चीफ ,जिलाधिकारी को लिखा पत्र पर नहीं हटाया गया कब्जा

पत्र में करीबा घुटरा से चक फुलवार तक हजारों बीघा भूमि पर कब्जा किये जाने का लगाया आरोप

दुद्धी/ सोनभद्र| रेनुकूट वन प्रभाग के विंढमगंज वन रेंज में अधिकारियों की निष्क्रियता से सुरक्षित वन क्षेत्र में अवैध कब्जा रुकने का नाम नहीं ले रहा,यहीं कारण है कि कारीबा घुटरी से चक फुलवार तक हजारों बीघा जमीन कतिपय दबंगो द्वारा हजारों पेड़ पौधे प्लांटेशन को काटकर कब्जिया किया जा रहा हैं, ऐसा ही आरोप एक और है कि हाल फिलहाल में फुलवार के समोही नाला बंधी से सटे सुरक्षित वन भूमि पर फुलवार के कतिपय दबंगों ने विभागीय मिलीभगत से सुरक्षित वन भूमि पर झोपड़ियां डाल ली है और वन भूमि जोतकर फसल लगा दी है।इसकी शिकायत कारीब एक माह पूर्व ग्रामीण परमेश्वर ने मुख्यमंत्री ,चीफ कंजर्वेटर व डीएम को पत्र लिख रजिस्टर्ड डाक से भेजा लेकिन अभी तक कब्जा नहीं हटाया गया और दबंग कोई कार्रवाई नहीं होने से अपना कब्जा बढ़ाते जा रहें है।
भेजे गए पत्र में ग्रामीण परमेश्वर ने आरोप लगाया है कि गत दिनों रेंजर ,वन दरोगा व वन समिति अध्यक्ष जीपीएस मशीन लेकर आये थे उसके बाद उक्त स्थल तेंदू पत्ता व अन्य पेड़ो को काटकर आग लगाकर सुरक्षित वन भूमि कब्जा कर मड़ई बनाया जाने लगा है। आरोप लगाया कि यह सब शुरू होकर इस बारिश में कारीबा घुटरी से फुलवार तक हजारो बीघा वन भूमि पर कब्जा कर दिया गया है।गांव में कुछ दबंग किस्म लोगों ने ग्राम प्रधान को भी मिला लिया है कहते है और पुलिस व वन कर्मियों के सह पर यह करतूत को अंजाम दिया है। पंच बुलाने पर कब्जेधारी कहते है कि उन्होंने रेंजर को दो लाख रुपये और 5 किग्रा घी खिलाकर व वन दरोगा को रकम खिलाकर यह कब्जा कर रहें है यह वन भूमि हमने खरीद लिया है।पत्र में यह लिखा है कि क्या सरकार की इतनी हालत ख़राब हो गयी है कि वन भूमि बेचा जा रहा है।आरोप लगाया कि अवैध कब्जेधारी यह कहते चलते है कि रेंजर ,डीएफओ ,चीफ हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। परमेश्वर ने वन भूमि को वन में ही रखने की मांग उठाई है ,कहा कि अगर अवैध कब्जा नहीं हटाया गया तो कभी फुलवार में वन भूमि पर कब्जे को लेकर उभ्भा कांड हो सकता है।परमेश्वर ने कहा कि पत्र लिखे माह भर बीत गए लेकिन अवैध कब्जा हटवाने को लेकर कोई पहल नहीं हुआ जिससे कब्जेधारियों का हौसला बुलंद होते जा रहा है और वे वन भूमि पर कब्जा का दायरा नित्य बढ़ाते जा रहें है|इस संदर्भ रेंजर विजेंद्र श्रीवास्तव ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा की मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं, वही रटा रटाया जबाब दिया कि स्टाफ भेजकर पता करवाता हूँ|

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