सोनभद्र ।कोरोना को लेकर जनपद सोनभद्र में अभी तक कोई भी पॉजिटिव केस सामने न आना निश्चित तौर पर यूपी सरकार व जिला प्रशासन की सक्रियता व सजगता है । मगर कोरोना महामारी के इस विकट परिस्थिति में स्वास्थ्य विभाग का रवैया बिल्कुल अनुकूल नहीं है । यह कहना है भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी का । धर्मवीर तिवारी ने कहा कि जिले में सीएमओ और सीएमएस के बीच चल रहे अनबन धीरे-धीरे बाहर आने लगी है । जिससे इस विकट की घड़ी में जिले का नुकसान हो सकता है ।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने बताया कि आज इन्हीं सब समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से फोन से पर शिकायत की । उन्होंने कहा कि जिले में किसी भी पीएचसी और सीएचसी केंद्र पर कोरोना जांच की प्रारंभिक सुविधा नहीं है और इतना ही नहीं उन केंद्रों पर आने वाले लोगों को कोरंटाइन करने की व्यवस्था भी नहीं है ।
धर्मवीर तिवारी ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि सामान्य सर्दी खांसी वाले मरीजों को भी तुरंत जिलाचिकित्सालय रेफर कर दिया जा रहा है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने कहा कि जिले में स्वास्थ विभाग की लापरवाही के कारण अचानक मरीजों की संख्या बढ़ सकती है, जो इस जिले में अब हो रहे प्रयास पर पानी फेर सकता है । उन्होंने बताया कि जिले में किसी भी पीएचसी-सीएचसी केंद्र पर डॉ0 तुरंत रेफर कर दे रहा है, पहला मामला रेनुसागर का आया जबकि दूसरा म्योरपुर और तीसरा दुद्धी का । लेकिन किसी भी केंद्र ने मरीज को कोरंटाईन नहीं किया न तो सीएमओ के तरफ से कोई व्यवस्था दी गई और वापस घर भेज दिया गया ।
धर्मवीर तिवारी ने आरोप लगाया कि लगातार सीएमओ व सीएमएस द्वारा भ्रामक सूचना सरकार को दी जा रही है कि सब कुछ ठीक व बेहतर है । जबकि किसी केंद्र पर चिकित्साकर्मियों को करोना किट भी उपलब्ध नहीं कराई गई है । उन्होंने बताया कि एक केस सफरीपुर का आया किसी भी डॉ0 ने मरीज को जिला चिकित्सालय में छूआ तक नहीं। जिले से रेफर होकर आने वाले मरीज को जिला अस्पताल वाले सब ओके कर मरीज को छोड़ दे रहे है, जो गलत व खतरे की घण्टी है ।
धर्मवीर तिवारी ने आशंका जताया कि अगर कोई एक मरीज आ गया तो उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा । सीएमओ सीएमएस ने मास्क और सिनेटाईजार, हेड कवर, फेश कवर तक डॉ और स्वास्थ कर्मियों को उपलब्ध नहीं कराया गया है और उनके डॉक्टर मीडिया को मास्क पहनना जरूरी नहीं जैसा बयान देते हैं, जो इस समय काफी खतरनाक व लापरवाही को दर्शाता है । धर्मवीर तिवारी ने सूचना पत्र के माध्यम से मुख्यसचिव को भेज कर कार्यवाही की मांग की है ।