चोपन/सोनभद्र (अरविन्द दुबे) ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री एवं धनबाद मंडल के पी एन एम प्रभारी डी के पांडेय ने मंडल व जोनल रेल प्रशासन से मांग की है कि इस वर्ष धनबाद मंडल के रेलकर्मियों को विशेष इंसेंटिव देकर प्रोत्साहन व सम्मान दिया जाना चाहिए । उन्होंने इस मांग के पीछे प्रमुख आधार यह बताया है कि इस वर्ष मंडल ने माल लदान और इससे प्राप्त राजस्व में संपूर्ण भारतीय रेल में प्रथम स्थान प्राप्त कर अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है जो मंडल के सभी विभागों के रेलकर्मियों के अथक परिश्रम से ही हासिल किया जा सका है आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस वर्ष 2019-20 धनबाद मंडल ने 143.09 मिलियन टन माल ढुलाई की है और 16843.40 करोड़ रुपए रेलवे राजस्व अर्जित किया। जबकि द्वितीय स्थान पर बिलासपुर मंडल ने 129.77 मिटी और चक्रधरपुर मंडल व खुर्दा रोड मंडल क्रमशः 129.72 और 122.17 मि टी के साथ तृतीय व चतुर्थ स्थान पर रहे । उन्होंने यह भी कहा कि धनबाद मंडल में रेलकर्मियों को विभिन्न कारणों से बुनियादी सुविधाओं के अभाव का सामना करना पड़ता है। यहाँ की दुर्गम भौगोलिक स्थिति तीन – तीन राज्यों में इस मंडल के विस्तार के कारण रेलकर्मियों के समक्ष उनके बच्चों की शैक्षणिक विभिन्नताओं और कोरोना महामारी के खतरों के बावजूद भी सबने कठिन परिश्रम से मंडल को यह गौरव दिलवाया है । वही इस सम्बन्ध में पूछ ताछ पर जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू के शाखा अध्यक्ष उमेश कुमार सिंह ने कहा कि ईसीआरकेयू ने रेल प्रशासन से यह मांग भी की है कि लॉकडाउन से पूर्व जो रेलकर्मी अपने घर गए हुए थे परंतु लॉकडाउन की वजह से वे अपनी डियूटी पर उपस्थित होने से असमर्थ हो गए हैं , उन्हें मास्टर सरकुलर 10 के पैरा 7.9 के तहत विशेष आकस्मिक अवकाश स्वीकृत किया जाना चाहिए। उन्होंने वरीय अधिकारियों से बात कर इस संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश जारी कर सभी पर्यवेक्षकों को सूचित करने का आग्रह किया है ।