आनंद मेला की कला व विज्ञान प्रदर्शनी में संत जोसेफ बना चैंपियन

सोनभद्र।एनटीपीसी सिंगरौली, शक्तिनगर के आवासीय परिसर में वनिता समाज द्वारा आयोजित आनंद मेला की विज्ञान व कला प्रदर्शनी में संत जोसेफ के छात्रों ने अपना दबदबा कायम रखा। भौतिक विज्ञान शिक्षक विमल शर्मा के कुशल निर्देशन में विज्ञान प्रदर्शनी में सीनियर वर्ग में छात्रा अनीना मारिया तथा आयुषी सिंह को मॉडल प्लास्टिक पिरालिसिस के लिए प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया तो मिडिल वर्ग में प्रथम स्थान पर आरोन तथा कुशाग्र के मॉडल इलेक्ट्रिक गोकरी ने कब्जा किया साथ ही ओजस तथा आदित्य के रोवर को द्वितीय पुरस्कार मिला एवं जूनियर वर्ग में एनीमल किंगडम के लिए आदित्य तथा अनुज को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।

कला शिक्षिका अराधना यादव तथा नम्रता के निर्देशन में आर्ट व क्राफ्ट के जूनियर वर्ग में त्वेषा ठाकुर को मैथिलि आर्ट के लिए प्रथम पुरस्कार तो पूर्वी को लाइटिंग लैंप के लिए द्वितीय पुरस्कार दिया गया। मिडिल वर्ग में डूडल आर्ट के लिए क्वीना को प्रथम तथा नील को वूमेन ह्रासमेंट के लिए द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ तो क्राफ्ट के मिडिल वर्ग में कशिश को शोपीस के लिए प्रथम व सीनियर वर्ग में आबेद को वेस्ट बॉटल डेकोरेशन के लिए प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। एनटीपीसी के अधिकारियों ने प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिये छात्रों व स्कूल के शिक्षकों की सराहना की। मेले में भारी संख्या में छात्रों के अभिभावक शामिल हुए। इस अवसर पर बच्चों द्वारा बनाये गये वैज्ञानिक उपकरणों के मॉडल, पुराने पेपर व बोतलों आदि से बनाई गई खूबसूरत वस्तुएँ आकर्षण का केंद्र रहीं।
आनंद मेले में डांस टीचर अमृता के निर्देशन में क्वीना, मालविका, क्रिश्लिन आदि छात्राओं ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति से उपस्थित जनमानस को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा शिक्षक डॉ० योगेंद्र तिवारी के निर्देशन में अदृजा, स्तुति, प्रतिमा, अनीता, अक्षत, अनिकेत, शांतनु आदि छात्रों ने आनंद मेले की विषयवस्तु ‘गो ग्रीन, लव अर्थ’ पर भावुक नाट्यमंचन द्वारा लोगों को तालियाँ बजाकर उत्साहवर्द्धन के लिए मजबूर कर दिया। नाटक के मार्मिक संदेश को दिखा लोगों को हरियाली की ओर जाने तथा वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया। सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित लोगों ने वृक्षों के रखरखाव व पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
संत जोसेफ के विद्यालय को समग्र प्रदर्शन के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य व शिक्षकों को मुख्य महाप्रबंधक देबाशीष चट्टोपाध्याय ने चैंपियनशिप की शील्ड प्रदान की। विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर आर्चीबाल्ड डिसिल्वा ने सभी छात्रों व शिक्षकों को उनके सराहनीय कार्य हेतु धन्यवाद दिया तथा उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि छात्रों के विकास में शिक्षक निःस्वार्थभाव से पूर्ण मनोयोग से जुटकर परिश्रम करता है और छात्रों की लगन ही उन्हें प्रतिस्पर्धा हेतु प्रेरित करता है। ऐसी प्रतियोगिताएँ छात्रों की उन्नति में अभूतपूर्व भूमिका निभाती हैं, अतः सदैव सहभागिता करके अपना आत्मोत्थान तथा कौशल का परीक्षण करते रहना चाहिए।

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