समर जायसवाल
दुद्धी।हरियाली कृषि विकास कानपुर संस्थान से आये कृषि विशेषज्ञ दिनेश यादव ने ब्लॉक सभागार में आयोजित गोष्ठी में वसुंधरा बहुओं को जैविक खेती के गुर सिखाए।उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोगों से आज जहर जैव विविधता समृद्ध हो गया है किसान रासायनिक उर्वरक को खाद्य मान बैठा है जिसके अंधाधुंध प्रयोग से हमारी जैविक विविधता पर बहुत बड़ा आघात पहुँचा है। आज के खेती में किसान रासायनिक उर्वरकों और रासायनिक पेप्टिसाइज का खूब प्रयोग कर रहे है जिससे लाभकारी जंतुओं और कीटों की प्रजातियां नष्ट हो जा रही है जो हमारे जीवन में एवमं जैव विविधता के पूरक थे अब उन दुर्लभ प्रजातियों को उत्पन्न कर पाना संभव नही असम्भव है ।अगर समय रहते हम सभी एक जुट होकर हरियाली जैव विविधता में जब तक किसानों को जानकारी नही होगी तब तक जैविक खेती संभव नही है।उन्होंने कहा कि हरियाली प्रत्येक न्यायपंचायत में एक प्रशिक्षण केंद्र खोल जैव विविधता की विस्तृत जानकारी देने के उद्देश्य से करने जा रही है ।यहां से किसानों को जैविक खेती करना एवमं जल संरक्षण ,वन पर्यावरण पर हो रही क्षतियों से कैसे निजात पाया जाए उस पर कार्य सम्पूर्ण भारत वर्ष में कर रही है।जैविक खेती से उपजाए गए फसल पौस्टिक के साथ लाभकारी भी होते है।साथ ही साथ स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। उन्होंने बताया कि पशुओं से फसलों के बचाव के लिए हरियाली ने नीम वर्मी वास नाम से एक सॉल्यूशन तैयार किया है जिसे वसुंधरा बहुओं से किसान प्राप्त कर सकते है।जिसका मूल्य 300 सौ है लेकिन यह 150 में प्राप्त किया जा सकता है।
इस दौरान जिला क्वार्डिनेटर हरियाली अवनीश कुमार पांडेय, दुद्धी ब्लॉक क्वार्डिनेटर रीता ,म्योरपुर ब्लॉक क्वार्डिनेटर लाल शाह, घोरावल ब्लॉक क्वार्डिनेटर आरती कुमारी के साथ दुद्धी और म्योरपुर के दर्जनों वसुंधरा बहु मौजूद रहीं।