मल्लाह-केवट-निषाद को मिले बालू खनन का अधिकार-मजदूर किसान मंच

कई गांव का किया दौरा और हुई बैठकें
22 दिसम्बर को कनछ में होगा जन मुद्दों पर जन संवाद

सोनभद्र 9 दिसम्बर 2019, मल्लाह, केवट, निषाद और आदिवासियों की सहकारी समिति बनाकर उसको बालू खनन का और तालाब, पोखरा व बंधी में मछली पालन का अधिकार मिलना चाहिए। यह मांग आज सोन नदी के किनारे बसे हुए पटवध, कनछ, कनौरा, कोडइत, ससनई, झरिया व पिंडारी गांवों में मजदूर किसान मंच की हुई बैठकों में उठी। इन मांगों पर शीध्र ही सलखन में बड़ा सम्मेलन करने का निर्णय हुआ। बैठकों में एक स्वर से माफियाओं और सिडीकेट द्वारा चलाएं जा रहे खनन पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा गया कि न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए सोन नदी किनारे बसे इस पूरे क्षेत्र में मषीनों द्वारा खनन कराया जा रहा है, नदी के पेटे से बालू निकाला जा रहा है और नदी की धार को रोक कर अस्थयी पुल बना दिए गए है। यहां तक कि सेंचुंरी एरिया में खनन होता है। प्राकृतिक सम्पदा की इस लूट पर रोक के लिए स्थानीय निवासियों की सहकारी समिति को बालू खनन का पट्टा मिलना चाहिए और बालू खनन मशीनों से नहीं बल्कि मैनुअल कराया जाना चाहिए।
बैठक के मुख्य अतिथि वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर और स्वराज अभियान के नेता राहुल यादव ने कहा कि जाति आधारित राजनीति ने जनता को कुछ भी नहीं दिया। डा0 अम्बेडकर और डा0 लोहिया का नाम लेने वाली बसपा, सपा जैसी पार्टियों ने जाति को खत्म करने के इन राष्ट्रीय नेताओं के सपनों के साथ गद्दारी करते हुए जातीय गिरोह बनाकर अकूत सम्पत्ति अर्जित की और सामाजिक न्याय आंदोलन को कमजोर करने का काम किया है। आज संघ-भाजपा देष में तानाशाही थोप रहे है और जनता के अधिकारों पर हमला कर रहे है तो इसकी जबाबदेही कथित सामाजिक न्याय की राजनीति करने वाले इन दलों को भी जाती है। इसलिए इस क्षेत्र में सामाजिक न्याय के मजदूर किसान माडल को विकसित करने की जरूरत है। जो जातीय समीकरणों पर नहीं अपितु जन मुद्दों पर आधारित हो और जनता के जीवन को बेहतर कर सके, उसे अधिकार दिला सके। बैठकों में 22 दिसम्बर को कनछ में वनाधिकार कानून के अनुपालन के लिए जन संवाद कार्यक्रम करने का निर्णय हुआ, जिसमें कई गांव से प्रतिनिधि हिस्सा लेगें। बैठकों को मजदूर किसान नेता महेन्द्र सिंह गोंड़, राजकुमार गोंड़, कमलेश केवट, विश्वनाथ गोंड़, नवलेश गोंड़, जगदीश मल्लाह, राजेश्वर चैधरी, सुनील मल्लाह व सूर्यकांत यादव ने सम्बोधित किया

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