सोनभद्र। अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय ने आज फैसला सुनाया है ,ऐसे में सामाजिक सौहार्द मजबूत बनाये रखने के उद्देश्य से हम साथ साथ है का संदेश देते हुए जिले के मुस्लिम बंधुओ ने अनोखी मिसाल पेश किया है। सोनभद्र नगर में स्थित छोटे बड़े सभी मंदिरों की सुरक्षा का जिम्मा मुस्लिम बन्धुओ ने लिया है। आज शनिवार होने की वजह से संकट मोचन हनुमान मंदिर और श्रीराम जनकी मन्दिर पर श्रद्धालुओ की अधिक भीड़ होती है। ऐसे में मुस्लिम बंधुओ ने मन्दिर के बाहर खड़े होकर श्रीराम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के निर्णय को लेकर किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिए मुस्तैदी के साथ खड़े है।वही दूसरी तरफ हिन्दू भाई भी पीछे नही रहे और मस्जिदों की सुरक्षा के लिए मस्जिद के सामने तैनात रहे।इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सामाजिक सौहाद्र को कायम रखने के लिए सामाजिक संगठनों के लोग आगे बढ़कर सहयोग कर रहे है,मुस्लिम पक्ष के लोग मंदिरों व हिन्दू पक्ष के लोग मस्जिदों की सुरक्षा में स्वयं तैनात है ताकि कोई उपद्रवी तत्व सरारत ना कर सके।
जिले की एकमात्र नगर पालिका सोनभद्र के वार्ड 21 के सभासद नातिक असरफ कहते है कि आज शनिवार के दिन अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना रहा है और हमारे वार्ड में लगभग 9 मंदिर है जिसमे संकट मोचन मन्दिर व श्रीराम जानकी मंदिर प्रमुख है । यहां शनिवार होने की वजह से ज्यादा भीड़ अधिक होती है जिसकी सुरक्षा को लेकर अपने भाईयो के साथ मन्दिर की सुरक्षा में खड़े है।
वही जिले के वरिष्ठ समाजसेवी हिदायत उल्ला खां कहते है कि गंगा जमुनी तहजीब अपने देश की पहचान रही है जिसे कामयम रखना हम सब का नैतिक धर्म है। आज अयोध्या मामले पर सर्वोच्च न्यायालय फैसला सुना रहा , अदालत जो निर्णय देगा उसका हम सभी तहेदिल से स्वागत करते है और विश्व को सन्देश देना चाहते है कि भारत की गंगा जमुनी तहजीब को कोई तोकत तोड़ नही सकती है।
वही अजित रावत भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने नगर के नई मस्जिद के सामने खड़े होकर सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा लेते हुए बताया की यहां हिन्दू -मुस्लिम साथ साथ रहकर एक दूसरे की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले रहे है।फैसला जो भी हो हम सब साथ साथ है।जमे कोई भी साम्प्रदायिक ताकत अलग नही कर सकती।
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सामाजिक सौहाद्र को कायम रखने के लिए सामाजिक संगठनों के लोग आगे बढ़कर सहयोग कर रहे है,मुस्लिम पक्ष के लोग मंदिरों व हिन्दू पक्ष के लोग मस्जिदों की सुरक्षा में स्वयं तैनात है ताकि कोई उपद्रवी तत्व सरारत ना कर सके।