★आईसीएओ ने कहा- राष्ट्रीय नेताओं को ले जा रहे विमान को ‘राजकीय विमान’ माना जाता है, इसका संस्था के प्रावधान से संबंध नहीं
★अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन समझौता सिर्फ आम नागरिकों के परिचालन पर लागू होता है, राजकीय या सैन्य विमानों पर नहीं
नई दिल्ली:
पाकिस्तान-भारत के बीच चल रहे एयरस्पेस विवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) ने संज्ञान लिया है। आईसीएओ ने इस्लामाबाद से जानकारी मांगी है। पाकिस्तान ने 28 नवंबर को सऊदी अरब दौरे पर जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल नहीं करने दिया था। भारत ने आईसीएओ से इसकी शिकायत की थी।
हालांकि, आईसीएओ ने कहा कि राष्ट्रीय नेताओं को ले जा रहे विमान को ‘राजकीय विमान’ (स्टेट एयरक्राफ्ट) माना जाता है और इसका हमारी संस्था के प्रावधानों से कोई संबंध नहीं है। आईसीएओ के प्रवक्ता ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन समझौता (शिकागो समझौता) केवल आम नागरिकों के परिचालन पर लागू होता है और राजकीय या सैन्य विमानों पर नहीं।”
राष्ट्रपति कोविंद को भी एयरस्पेस के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी थी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के सऊदी अरब दौरे के लिए पाकिस्तान अपना हवाई क्षेत्र उपयोग नहीं करने देगा। भारत ने प्रधानमंत्री के 28 अक्टूबर को सऊदी अरब दौरे के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस की अनुमति मांगी थी। पाकिस्तान ने इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी यूरोप दौरे पर जाने के लिए अपने एयरस्पेस की इजाजत नहीं दी थी।