वाराणसी। पंंचकोशी चौराहे पर मंगलवार की रात खुद को अधिवक्ता पुत्र बताने वाले वीरेन्द्र यादव (47) ने धुत होने के बाद जनकर बवाल काटा। दशा यह थी कि काबू करने का प्रयास कर रहे पुरानापुल चौकी प्रभारी संतोष यादव पर पान की पीक मारने के बाद मारपीट श्ुरू कर दी। दरोगा को छुड़ानेका प्रयास कर रहे सिपाहियों की भी वर्दी फाड़ दी। मामला इतने पर ही खत्म नहीं हुआ बल्कि मनबढ़ का साथ देने पहुंचे लोगों ने चौराहे पर बने पुलिस बूथ को तोड़ दिया। हालात बेकाबू होते देख अतिरिक्त फोर्स आयी जिसने लाठी पटककर उपद्रवियों को खदेड़ने के संग वीरेन्द्र के खिलाफ मुकदमा कायम कर जेल भेज दिया।
मामूली टक्कर से हुई विवाद की शुरूआत
बताया जाता है कि पंचक्रोशी निवासी वीरेंद्र यादव मंगलवार की देर रात जमकर शराब पिए हुए था। इस बीच उसकी मोटरसाइकिल की टक्कर पंचक्रोशी निवासी राजनाथ राजभर की बाइक से हो गई। इसके बाद दोनों में मारपीट हो गई। राजनाथ ने वीरेन्द्र के घर जाकर उलहना दिया तो उसके संग मारपीट होने लगी। बचाव की गुहार लगाते राजनाथ परिवार समेत पंचकोशी पुलिस बूथ पर आया। चौकी प्रभारी पुरानापुल संतोष यादव को घटनाक्रम की जानकारी दे रहा था कि वीरेंद्र यादव अपने साथियों के संग पहुंचा और बवाल शुरू कर दिया। चौकी प्रभारी ने कबूल किया कि रोकने पर मेरी व 100 डायल सिपाही मनोज यादव की वर्दी फाड़ दी। किसी तरह उसे काबू में करके उसके खिलाफ मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया गया।