समर जायसवाल दुद्धी –
दुद्धी । मल्देवा गांव के महारानी दुर्गावती स्मारक स्थल पर शनिवार को धूम धाम के साथ विरांगना महारानी दुर्गावती जयंती मनाई गई ।कार्यक्रम की शुरूआत बड़ा देव के सुमिरन कर बावन गढ़ के देवी देवताओं का आह्वान करते हुए किया गया ।मुख्य धर्माचार्य अनिल सिंह पोया ने पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कराई ।इसके बाद सभी लोगों ने दुर्गावती के चित्र पर माल्यार्पण व तिलक लगाने का काम किया ।मुख्य अतिथि कमलेश सिंह गोंड जिला अध्यक्ष गोंड महासभा द्वारा पूजा सम्पन्न कराई गई ।मुख्य अतिथि ने महारानी दुर्गावती की साहस और बलिदान देने की कथा लोगो को सुनाते हुए कहा कि महारानी दुर्गावती की जीवन शैली से हम आदिवासी समाज को सीख लेनी चाहिए ।विशिष्ट अतिथि सेवा निवृत्त वन रक्षक चन्द्रिका प्रसाद व शिवनारायन खरवार ने कहा कि आदिवासी समाज आदिकाल से ही स्वाभिमानी रही हैं और समाज का सबसे बड़ा पृथ्बी पूजक समाज है ।कार्यक्रम के संयोजक फौदार सिंह परस्ते ने कहा कि आदिवासी समाज शिक्षित होकर ही अपनी असली हक़ को प्राप्त कर सकता हैं इसलिए शिक्षा सबसे जरूरी हैं उन्होंने नशामुक्त समाज की कल्पना की ।

इस दौरान शिव नारायण खरवार, शम्भू सिंह, अशर्फी सिंह, रामरती सिंह, रामधनी ,रामफल ,राजकुमार ,हीरामनी ,रामशरण ,पूजा, प्रज्ञा,सीमा सिंह ,दिव्या, राजदेव,सलवन्दी,सुखई सिंह, बृज नन्दन,अमर सिंह ,छोटेलाल ,सावित्री ,उमेश ,विष्णु ,रामप्रताप ,राजेंद्र ,रेनू सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।कार्यक्रम का संचालन फौदार सिंह परस्ते ने किया ।
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