म्योरपुर सोनभद्र (विकास अग्रहरी/पंकज सिंह)
बा-बापू व बिनोबा के स्मृति में बनवासी सेवा आश्रम उनके विचारों को समाज तक पहुंचाने का काम अपने कर्मठ स्वयंसेवकों के माध्यम से किया। _गांधी विचारों व पर्यावरणप्रदूषण_ व तीसरी सरकार (ग्राम पंचायत सशक्तिकरण)जैसी मुद्दों पर चर्चा की गई। अपने संबोधन में आश्रम के प्रबंधक विमल सिंह ने कहा कि आज गांधी विनोबा के कार्य और विचार दोनों प्रसांगिक हो गए है विज्ञान के इस युग मे अमीरी गरीबी की खाई जिस तरह बढ़ रही है ।उससे पूरी दुनिया गांधी के विचरो की ओर आशा की किरण देख रही है।गांधी का सपना था कि भारत के 5 लाख गांव सशक्त हो और स्वावलंबी बने ।हम सब को इस ओर बढ़ना होगा प्रमुख वक्ताओं में देवनाथभाई, केवलाभाई, खरहरा ग्राम प्रधान रामविलास साहनी, जुगैल ग्राम प्रधान प्रभुनाथ सिंह, रूपशाह खरवार, आदि ने अपने जीवन शैली बदलने व पर्यावरण बचाने के लिऐ अहिंसक लड़ने की बात कही। ग्रामप्रधान ने ग्राम विकास योजना बनाने में वार्ड स्तर पर बैठक की बात तय किया। अन्त में सभी ने कहा गांधी विचार व जीवन शैली ही शाश्वत है। सभा की अध्यक्षता रामजस निराला व कुशल संचालन केन्द्र सचिव उमेश भाई ने किया।