तीन माह पुर्व बनी सङक की पोल खोली वर्षांत ने ।
लगभग 4 किमी का सफर तय करने में पैदल छोटे वाहन के छूटते है पसीने ।
मोहन कुमार
गुरमा सोनभद्र ।जिला कारागार से मारकुण्डी राज मार्ग की दुरी लगभग चार की होगी ।यह सङक सीमेन्ट फैक्ट्री के जमाने के समय सार्वजनिक निर्माण विभाग व्दारा बनवाया गया था। जो समय समय पर सन् 19वी दसक पुर्व इसकी पटरियो की मरम्मत के साथ पेटिंग भी होती थी।लेकिन फैक्ट्री बन्द होने के पश्चात यह सङक पटरी विहिन गड्डो में तब्दील हो गयी ।सींगल सङक पर अगर दो वाहन पास लेने लगे तो पैदल और दो पहिया वाहनों के लिए हमेशा खतरा बना रहता है।इस सङक का सफर करने में रात के अन्धेरे में पैदल और छोटे वाहनों के पसीने छूटते रहते है।
जिला कारागार खुलने के पश्चात जेल अधीक्षक के अथक प्रयास से अप्रैल सन् 2019 में सार्वजनिक निर्माण विभाग व्दारा ठीकेदार के माध्यम से सङक का काम चलाऊ पेटिंग करा दिया था और सङक पटरियो का कार्य छोङ दिया गया जो आज भी खतरनाक गड्डो में तब्दील नालियों का रूप लिए दुर्घटना को दावत दे रहे है। एक ही वर्षांत में मानक के विपरित पेटिंग हुई सङक इन दिनो जगह जगह गड्डो में तब्दील हो गयी है।जब कि इसी सङक से बन्दियों पी ए सी पुलिस जिला के आलाधिकारी समेत मुलाकाती व आम वाहनों का आवा जाही बना रहता है।
उक्त सम्बन्ध में प्रदीप जयसवाल पुर्व जिला पंचायत सदस्य श्रवण कुमार प्रधान परदेशी सोनकर क्षेत्र पंचायत सदस्य ने जिला प्रशासन से सङक चौङी करण कराने के साथ सङक के दोनो तरफ की पटरियो को अविलम्ब बनवाने की माग की जिससे किसी बङी दुर्घटना से बचा जा सके ।