दुद्धी।(भीमकुमार)आज के डिजिटल युग में भले ही चिट्ठी और पोस्टकार्ड दिखने दुर्लभ हो गए हों किन्तु सरकारी दस्तावेज, पार्सल आदि के लिए पोस्टऑफिस आज भी उतना ही प्रासंगिक है। लेकिन क्या करें उस सिस्टम का जो अभ्यर्थियों के जीवन, भविष्य, नौकरी आदि के साथ भी लापरवाही करने की आदी हो गए है। अभी ताज़ा मामला दुद्धी कस्बे के इंग्लिश मॉडल परिषदीय स्कूल के शिक्षक अविनाश गुप्ता का है। इनका घर व कार्यस्थल भी पोस्टऑफिस से मात्र चंद कदमों की दूरी पर है। पर ये छोटी सी दूरी तय करने में डाक विभाग को महीने भर की देर हो जाय तो क्षोभ व रोष उत्पन्न होना स्वाभाविक है। अविनाश के पार्सल को वापस कर दिया गया था। जबकि उस पर नाम,पता के साथ दो मोबाइल नम्बर भी अंकित थे। किंतु एक बार भी अभ्यर्थी से संपर्क नहीं किया गया। यही नहीं ऐसे दर्जनों मामले उक्त पास ऑफिस के हैं। जिससे क्षेत्र में रोष व्याप्त है। फिलहाल अभ्यर्थी ने डाक अधीक्षक को लिखित शिकायत की है। तथा कार्रवाई न होने की दशा में मामले को ऊपर पहुंचाने की चेतावनी भी दी है।