डीएम ने गोवंश की समुचित व्यवस्था के लिये दिये निर्देश

सोनभद्र/दिनांक 30 अगस्त,2019। शासन की मंशा के अनुरूप निराश्रित/बेसहारा गोवंशो के लिए अस्थायी रूप से गोवंश आश्रय/गोशाला में चरही/चरन, पेयजल व छाया की मुकम्मल व्यवस्था की जाय। मुख्य पसु चिकित्साधिकारी जिले के 21 सरकारी पशु चिकित्साधिकारियों को क्षेत्रवार जिम्मेदारी तय करते हुए लावारिश घूमने वाले गोवंशो को जिले में स्थापित अस्थायी 16 गोवंश आश्रय स्थल की जिम्मेदारी निर्वहन करायें। शासनादेशानुसार 24 जुलाई, 2019 से पूर्व गौशालाओं में दाखिल कराये गये गोवंशों को ‘‘मुख्य मंत्री बेसहारा गोवंश योजना‘‘ के तहत जो नागरिक गोवंशो को अपने पास रखना चाह रहे हैं, उन्हें गोवंश के खान-पान व संरक्षण के लिए चार की संख्या तक गोवंषों को सुपूर्त करते हुए प्रति गोवंष तीस रूपये की दर से गोवंष के चारे का भी खर्च उपलब्ध करायी जाय। उक्त निर्देश जिलाकिरी एस0 राजलिंगम ने जिले में स्थापित अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ ही अन्य सम्बन्धितों को दियें। उन्होंने कहा कि हकीकत में गोवंष की देख-भाल की जिम्मेदारी पशु पालन विभाग की है अन्य विभाग समय-समय पर पशु पालन विभाग का सहयोग करते रहेंगें। जिलाधिकारी राजलिंगम ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 12 अस्थायी गोवंशों आश्रय स्थल के लिए खण्ड विकास अधिकारियों व शहरी क्षेत्रों में स्थापित चार अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल के लिए अधिषास अधिकारियों को आवष्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि गोवंशो का देख-रेख समुचित ढंग से किया जाय और गोवंषों के चारा-पानी के लिए प्राप्त प्रथम किश्त का समायोजन रिपोर्ट मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराते हुए समय से दूसरी किश्त की धनराषि प्राप्त कर ली जाय, ताकि गोवंषों के चारा-पानी की कोई दिक्कत न होने पायें। उन्होंने कहा कि गोवंषों के संरक्षण में मदद करने वाले नागरिको को पुरस्कृत करते हुए प्रोत्साहित किया जाय। गोवंषों के देख-भाल के लिए केयर टेकर के पारिश्रमिक के सम्बन्ध में शासन को अवगत कराया जाय। उन्होंने गोवंष गोबर निस्तारण के निर्देष देते हुए कहा कि जिला कृषि अधिकारी व जिला उद्यान अधिकारी के माध्यम से किसानों को न्यूनतम दर पर गोवंष के गोबर उपलब्ध कराये जांय। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्री राजलिंगम के अलावा अपर जिलाधिकारी श्री योगेन्द्र बहादुर सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर यमुनाधर चौहान, दुद्धी सुशील कुमार यादव, घोरावल डॉ0 कृपा शंकर पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी श्री रामबाबू त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 ए0के0 श्रीवास्तव, खण्ड विकास अधिकारीगण, अधिशासी अधिकारीगण सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें। ।

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